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झज्जर।भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की उल्लास योजना के तहत इस बार भी 28 सितंबर को जिले के निरक्षरों को साक्षर करने के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
इस बार लगभग चार हजार निरक्षरों को साक्षर करने के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने अब 2027 तक जिले को पूरी तरह से शत प्रतिशत साक्षर बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।अब तक जिले में 2200 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है और बाकी बचे लोगों के लिए भी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है। उम्मीद है कि परीक्षा से पूर्व यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। जिले के विभिन्न स्कूलों में स्थित उल्लास केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।
यह परीक्षा उन लोगों के लिए है, जिन्हें बुनियादी पढ़ना-लिखना सिखाया गया है। शिक्षा अधिकारियों के अनुसार यह परीक्षा साक्षरता कार्यक्रम की सफलता को मापने और यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि सीखे गए कौशल प्रभावी ढंग से लागू किए जा रहे हैं।
एक साल में 13 हजार साक्षर
पिछले एक साल की बात करें तो जिले में अब तक 13 हजार के करीबन लोगों को साक्षर किया जा चुका है। पिछले साल सितंबर में हुई परीक्षा में लगभग 8500 लोग साक्षर हुए थे। इसी प्रकार से मार्च 2025 में परीक्षा में 4500 लोग बैठे थे, जिसमें से 4300 ने परीक्षा पास की थी।
उपलब्ध करवाई जाती स्टेशनरी
शिक्षा विभाग की तरफ से निरक्षकों को पढ़ने के लिए नोटबुक, नोटपैड, पैन उपलब्ध करवाया जाता है। इसके अलावा उल्लास केंद्रों के लिए बैनर और फ्लैक्स उपलब्ध करवाया जाता है।
वर्जन
जिले में 28 सितंबर को साक्षरता के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। अब तक 2200 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। उम्मीद है कि चार हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन कर परीक्षा करवाइ जाए।
वंदना भारद्वाज, जिला नोडल अधिकारी, उल्लास योजना
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Rohtak News: उल्लास योजना के तहत 2200 का हुआ रजिस्ट्रेशन, चार हजार तक करने का लक्ष्य


