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सरकारी अस्पताल में लगी मरीजों की भीड़
रोहतक। नागरिक अस्पताल के औषधालय में बच्चों की दवाइयों का टोटा है। चिकित्सकों की लिखी पांच में से तीन दवा मुश्किल से मिल रही है।
ज्यादातर मरीजों को बाजार से दवा खरीदनी पड़ रही है। एंटीबायोटिक, पीसीएम (दर्द और बुखार की दवा) तक अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। इस मौसम में बच्चों की ओपीडी में वायरल के बाद पेट दर्द के सबसे ज्यादा मरीज आ रहे हैं। लेकिन, दवा अस्पताल औषधालय में न मिलने से मरीज परेशान हैं।
बच्चों की ओपीडी कार्ड पर परामर्श की गई ज्यादातर दवा औषधालय से समाप्त हो चुकी है। वेयरहाउस में भी दवा उपलब्ध नहीं है। अभी स्थिति यह है कि बच्चों की एल्बेंडाजोल (टेबलेट व सिरप), एजिथ्रोमाइसिन (सिरप), पीसीएम (सिरप), सेफिक्साइम (सिरप), अमोक्सीक्लेव (सिरप) उपलब्ध नहीं है।
दवा की उपलब्धता यहां कम ही रहती है। कभी भी पूरी दवा नहीं मिली। गैस की दवा भी कई बार उपलब्ध नहीं होती है। आज शुगर और बीपी दवा मिल गई है।
-संतोष, जनता कॉलोनी
पोती को दिखाने आए हैं। उसके पेट में दर्द है। यहां औषधालय में कृमि की दवा नहीं मिली। यहां कभी भी पूरी दवा नहीं मिलती है।
-कमला, कन्हेली
घर में बच्चे की सेहत खराब है। चिकित्सक ने परामर्श कर दिया। जांच भी हो गई, लेकिन दवा नहीं मिली। दवा बाजार से लेनी पड़ेगी। सरकारी आने का फायदा क्या है जब बाजार से दवा लेना पड़े तो।
-स्वर्ण कुमारी, पाड़ा मोहल्ला
नागरिक अस्पताल के औषधालय में दवाएं उपलब्ध रहती हैं। किसी दवा की कमी होने पर तत्काल प्रभाव से वेयरहाउस से मंगाया जाता है। वेयरहाउस के दवा की स्टाॅक की कमी होने पर लिस्ट बनाकर दवा का ऑर्डर दिया जाता है। यह
-डॉ. पुष्पेंद्र, चिकित्सा अधीक्षक, नागरिक अस्पताल
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Rohtak News: अस्पताल में एंटीबायोटिक खत्म, पेट के कीड़े मारने वाली दवा भी नहीं