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झज्जर। रेलवे स्टेशन पर पिछले कई सालों से चल रहा रेलवे टिकट आरक्षण केंद्र को रेलवे ने बंद कर दिया है। इसका मुख्य कारण राजस्व की कमी होना बताया जा रहा है। टिकट आरक्षण केंद्र ने शुक्रवार से काम करना बंद कर दिया है। यहां तैनात कर्मचारियों को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाएगा।
टिकट आरक्षण केंद्र बंद होने से जहां आम जनता को परेशानी है, वहीं आम जनता को बहादुरगढ़, रोहतक, रेवाड़ी, गुरुग्राम जाना होगा या फिर आनलाइन टिकट बुकिंग करवानी होगी। टिकट बुकिंग आरक्षण केंद्र बंद होने से आम जनता में नाराजगी है। हरियाणा व्यापार मंडल के प्रधान राकेश अरोड़ा का कहना है कि पहले ही झज्जर रेलवे स्टेशन से ट्रेन बहुत कम जाती थी और अब टिकट आरक्षण केंद्र बंद करके लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया गया है। इसके लिए रेलवे अधिकारियों, सांसद व सीएम से मांग रखी जाएगी कि इसे दोबारा चालू कराया जाए। वहीं मिशन छाया के संस्थान धर्मेंद्र बसवाल ने बताया कि टिकट आरक्षण केंद्र बंद करना गलत है। इससे आम जनता की परेशानी बढे़गी। वे इस मामले में मुख्यमंत्री, सांसद से मिलकर इसे दोबारा शुरू करवाने की मांग रखेंगे।
5 से 6 लाख तक सिमटा राजस्व
शुरुआत में टिकट काउंटर पर हर माह 10 से 12 लाख रुपये का राजस्व रेलवे को मिलता था, लेकिन अब कुछ माह से यह कम होकर केवल 5 से 6 लाख तक पहुंच गया था। इसी के चलते रेलवे ने फैसला किया है।
शिकायतों का भी अंबार
रेलवे को टिकट आरक्षण केंद्र को लेकर कई बार शिकायतें मिल चुकी थी। कुछ माह पहले रेलवे आरक्षण केंद्र पर रेलवे विजिलेंस ने भी छापा मारा था और कई यात्रियों ने शिकायत की थी। उसके बाद कर्मचारी को निलंबित भी कर दिया गया था।
वर्जन
टिकट आरक्षण केंद्र पर राजस्व कम आने के कारण रेलवे की तरफ से इसे बंद करने का फैसला किया गया है। इसका पत्र आ चुका है।
रामकिशन मीणा, रेलवे मास्टर, झज्जर रेलवे स्टेशन
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Rohtak News: झज्जर में रेलवे टिकट आरक्षण केंद्र बंद