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लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन करते भाजपा कार्यकर्ता।
– फोटो : संवाद
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हरियाणा के रोहतक में भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुआ विवाद शांत नहीं हो रहा है। इस मामले में पुलिस फूंक-फूंककर कदम रख रही है। मंगलवार को पुलिस अधिकारियों ने शहर के कांग्रेस-भाजपा नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले और 30 से अधिक वीडियो की जांच की। इनमें से कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं। इन्हें केस में जोड़ने की तैयारी की जा रही है।
चुनाव आयोग और डीजीपी को भेजा पत्र
अधिवक्ता करण सिंह नारंग की ओर से चुनाव आयोग व डीजीपी हरियाणा को एक शिकायत भेजकर रोहतक में चल रहे घटनाक्रम पर संज्ञान लेने की मांग की है, साथ ही कहा गया है कि पूर्व विधायक ने धरने के दौरान गंभीर चेतावनी दी है। उनके बयानों में तल्खी है और अधिकारियों के लिए भी गंभीर बातें कही हैं।
ऐसे में उनके खिलाफ आयोग ने समय से कार्रवाई नहीं की तो यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर इसका असर पड़ सकता है। सत्ताधारी पार्टी के ही नेता पुलिस के खिलाफ धरना दे रहे हैं और रोड जाम कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी को गंभीर परिणाम भुगतने की भी धमकी दी गई है। ऐसा कांग्रेस से जुड़े लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है। इस तरह के सभी कार्य चुनाव आयोग के आदेशों का उल्लंघन है। उन्होंने मांग की है कि नफरती भाषण के लिए एफआईआर दर्ज की जाए।
पुलिसकर्मी के साथ हुई मारपीट के मामले में जांच चल रही है। लोगों को चिह्नित करने का काम किया जा रहा है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। – रवि खुंडिया, डीएसपी मुख्यालय
विधायक पुत्र व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के खिलाफ सड़क पर भाजपा एससी मोर्चा
रेलवे रोड पर हुई घटना को लेकर भाजपा एससी मोर्चा ने मंगलवार को विधायक पुत्र व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ शहर की सड़कों पर प्रदर्शन किया। लघु सचिवालय के बाहर एसडीएम आशीष कुमार को ज्ञापन सौंपा। इधर, विधायक पुत्र ने इस मामले में कुछ भी कहने से इन्कार किया है।
मंगलवार को एससी मोर्चा के सदस्य व दलित समाज डॉ. भीमराव आंबेडकर चौक पर एकत्रित हुआ। यहां से लघु सचिवालय तक रोष मार्च निकाला। इसमें पूर्व मेयर मनमोहन गोयल, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश बागड़ी, अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला के पूर्व अध्यक्ष सुरेश किराड़, पीड़ित महिला रानी किराड़, दलित नेता सोनू मोरवाल, दलित नेता राजीव वाल्मीकि, सूरज धानक, भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष दीपू नागपाल, हिमांशु ग्रोवर, महामंत्री मनोज मक्कड़ समेत अनेक लोग शामिल रहे।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में दलित समाज व भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा है कि दोषी विधायक पुत्र व अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़ित महिला रानी किराड़ ने कहा कि मुझे धमकियां दी जा रही हैं। मेरे साथ अनहोनी हुई तो विधायक पुत्र जिम्मेदार होंगे। पूर्व मेयर व पूर्व जिला अध्यक्ष ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। इनके खिलाफ सिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके बावजूद इंसाफ नहीं मिला है।
उन्होंने एसडीएम से पूछा कि क्या लोकतंत्र में मौजूदा विधायक से उनके कामों को लेकर सवाल पूछना गलत है। क्या एक महिला मौजूदा विधायक से सवाल करेगी तो उसके साथ अभद्रता की जाएगी। क्या सवाल पूछने पर महिलाओं की आवाज को दबाने का काम किया जाएगा। इस पर एसडीएम ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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Rohtak: पुलिस ने घटना के जुटाए 30 से अधिक वीडियो, कुछ और लोगों के नाम सामने आए