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संवाद न्यूज एजेंसी
रेवाड़ी। नगर परिषद ने शहर में 250 ट्विन बिन (ड्राई और वेट प्लास्टिक वेस्ट डास्टबिन) रखवाने का निर्णय लिया है। इस पर 12.50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। जल्द ही ट्विन बिन (डस्टबिन) खरीद की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
नगर परिषद यह ट्विन बिन जेम्स पोर्टल के माध्यम से खरीदेगी। शहर में डस्टबिन की मांग लंबे समय से की जा रही है। मगर अभी तक डस्टबिन नहीं लगाए गए हैं। डस्टबिन ना होने के कारण शहर में जगह-जगह पर कूड़े के डंप बन जाते हैं। इससे जब कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी आते हैं तो उन्हें भी काफी परेशानी होती है। अगर शहर के मुख्य स्थानों पर डस्टबिन रखते हैं तो डंपिंग साइट से भी बचा जा सकता है। साथ ही शहर को सुंदर बनाए रखने में भी डस्टबिन अहम योगदान देंगे। अक्सर देखने को यह भी मिलता है कि जहां पर डंपिंग साइट को खत्म कर दिया जाता है, वहां पर फिर से कूड़े का ढेर लग जाता है। इसका मुख्य कारण डस्टबिन का ना होना बताया जाता है। मई 2024 में तत्कालीन डीएमसी ने नगर परिषद के अधिकारियों की मीटिंग लेकर डस्टबिन खरीदने के निर्देश जारी किए थे। मगर इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी तक प्रक्रिया ही चल रही है।
शहर से रोजाना 100 से 110 टन निकलता है कूड़ा
रेवाड़ी शहर की रैंकिंग 2020 में 118, 2021 में 112, 2021 में 190, 2022 में 140, 2023 में 258 दर्ज की गई थी। वर्तमान में सफाई की दयनीय दशा के चलते स्थिति चिंताजनक है। शहर से रोजाना 100 से 110 टन कूड़ा निकलता है। जितनी गाड़ियां व ई-रिक्शा कर्मचारियों के पास हैं, वह कूड़ा उठाने के लिए अपर्याप्त हैं। सफाईकर्मचारियों की कमी भी सफाई व्यवस्था में बाधा बन रही है। गाड़ियों की और अधिक जरूरत है। शहर में करीब 31 वार्ड हैं। पौने तीन लाख की आबादी यहां पर बस्ती है। यही कारण है कि कम संसाधन और अधिक जनसंख्या के कारण हमेशा शहर में जगह-जगह कूड़े के डंप ही देखने को मिलते हैं।
5 साल पहले 20 लाख के खरीदे गए थे डस्टबिन
नगर परिषद ने 5 साल पहले शहर के विभिन्न स्थानों पर करीब 20 लाख रुपये की राशि खर्च कर 140 डस्टबिन रखे थे, जो अब कहीं देखने को नहीं मिलते हैं। नगर परिषद के चुनाव दिसंबर 2020 में हुए थे, जिसके बाद नए हाउस का गठन हुआ। उससे पहले प्रशासक की देखरेख में नगर परिषद का कामकाज चल रहा था। हाउस के गठन होने से पहले शहर में स्टील के छोटे डस्टबिन लगाने की प्लानिंग अधिकारियों ने की थी। सरकार से अधिकृत जेम पोर्टल के माध्यम से इन डस्टबिन की खरीद की गई थी। एक डस्टबिन की कीमत 15 हजार रुपये के आसपास थी। 20 लाख रुपये की ज्यादा की राशि खर्च कर 140 डस्टबिन उसी समय खरीद लिए गए थे। इसके बाद नप के चुनाव हुए तथा हाउस का गठन हो गया। करीब 5 महीने तक डस्टबिन नप कार्यालय में ही पड़े थे। जून की शुरूआत में इन्हें लगाया गया था। नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया था कि यह डस्टबिन शरारती तत्वों ने तोड़ दिए थे।
वर्जन
नगर परिषद की ओर से शहर में कई स्थानों पर 250 ट्विन बिन (ड्राई और वेट प्लास्टिक वेस्ट डस्टबिन) रखे जाएंगे। ट्विन बिन को खरीदने में करीब 12 लाख रुपये खर्च होंगे। नगर परिषद यह ट्विन बिन जेम्स पोर्टल के माध्यम से खरीदेगा।-सुधीर, सीएसआई, नगर परिषद।
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Rewari News: शहर में रखे जाएंगे 250 डस्टबिन, खर्च होंगे 12.50 लाख


