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रेवाड़ी। जिले में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे है। नगर परिषद की ओर से प्रत्येक वार्ड में फोगिंग कार्य कराने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन अब डेंगू केस मिलने वाले स्थानों पर ही फोगिंग की जा रही है। नगर परिषद की सुस्ती के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ने के साथ डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे है।
बारिश से हुए जलभराव के बाद मच्छरों की संख्या और भी ज्यादा हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू केस मिलने पर मरीजों को मच्छरों से बचाव के लिए कीटनाशक मच्छरदानी भी दी जा रही है।
डेंगू के मामलों में अभी तक शहर में 39, सीएचसी गुरावड़ा में 6, सीएचसी मीरपुर में 7, सीएचसी बावल में 27, सीएचसी खोल में 30 व नाहड़ सीएचसी में 6 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिल चुके है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के जांच के दौरान मच्छर का लार्वा मिलने पर अभी तक 1916 लोगों को नोटिस थमा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग की ब्रीडिंग जांच टीम अब तक सोर्स रिडक्शन एक्टिविटी के तहत 17,44,559 घरों में लार्वा की जांच कर चुकी है। अब तक 2077 डेंगू संभावित लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके है। अब तक कुल 115 लोग डेंगू से संक्रमित पाए जा चुके हैं। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं और सभी मरीजों का उपचार जारी है।
वहीं, नए तीन मरीजों में से दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनका उपचार चल रहा है। बाकी मरीज को हल्के लक्षण मिलने के बाद घर भेज दिया गया।
वर्जन:
डेंगू के मामलों में बारिश का मौसम सबसे संवेदनशील समय होता है। हल्का बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द और लाल चकत्ते डेंगू के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में मरीजों को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच करवाने की सलाह दी जाती है।
– डॉ. अमित यादव, नोडल अधिकारी, डेंगू एवं मलेरिया
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Rewari News: लार्वा मिलने पर 1916 लोगों को थमाया नोटिस


