रेवाड़ी। शहर के सरस्वती विहार कॉलोनी के गेट के बाहर भरा सीवर का पानी व गिरा पड़ा बिजली का खंभा
रेवाड़ी। शहर के बावल रोड स्थित सरस्वती विहार कॉलोनी में करीब 20 दिन से सीवर ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे कॉलोनी के बाहरी रास्तों में जलभराव हो रहा है। जलभराव के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। इसके अलावा पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइन में दूषित पानी की सप्लाई को रही है। जनस्वास्थ्य विभाग व लोकनिर्माण विभाग की आपसी खींचतान की वजह से यहां के निवासियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। दोनों विभाग एक दूसरे की जिम्मेदारी बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं मोहल्ले की एक गली के मुख्य द्वार पर कई दिनों से बिजली का खंभा टूट कर गिर गया हुआ है, जिससे लोगों के वाहनों का आवागमन बाधित है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मोहल्ले सीवर की छोटी लाइन है, लेकिन कुछ समय पूर्व लोक निर्माण विभाग की ओर से रोड के साथ-साथ सीवर की बड़ी लाइन डाली है। ऐसे में मोहल्ले की सीवर लाइन व रोड के साथ डाली गई सीवर लाइन का आपस में कनेक्शन नहीं किया गया, जिसके कारण दूषित पानी गलियों एवं सड़कों पर फैल रहा है। दोनों विभागों के जिम्मेदारों को शिकायत करने के बाद भी कोई समाधान हो रहा है।
सरस्वती विहार की गली के बाहर सीवर ओवरफ्लो होने से गंदा पानी हर वक्त जमा रहता है। गंदा पानी खाली प्लाटों में भी जमा होता है। इस कारण मच्छर पनप रहे हैं, जिससे बीमारी फैलने का डर बना है। प्रशासन से गंदा पानी निकालने और क्षेत्र में फॉगिंग करने के लिए बार बार मांग कर चुके हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
-नरेंद्र यादव
कॉलोनी की गलियों में सीवर का गंदा पानी जमा है। पानी घरों में भी घुस रहा है। पीने के पानी की सप्लाई में गंदा पानी आ रहा है। बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही है। गंदे पानी की वजह से उनकी ड्रेस खराब हो जाती है। इस कारण बच्चे कई बार स्कूल नहीं जा पाते।
-रोशनी देवी
लंबे समय से सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं। यहां बिजली निगम की ओर से खंभा भी गिरा रखा है। खंभा गली के मेन रास्ते पर पड़ा होने की वजह से यहां से लोगों का आवागमन भी बाधित हो गया है। ऐसे में लोगों को इमरजेंसी में वाहन निकालने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
-विजय यादव
मोहल्लेवासियों की समस्या उनके संज्ञान में है, लेकिन यह कार्य पीडब्ल्यूडी बी एंड आर का है। हमारी सरस्वती विहार में एक ही लाइन है, वह छोटी है और ठीक है।
-दीपक यादव, जेई, जनस्वास्थ्य विभाग
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