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फोटो: 20रेवाड़ी। ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब की टूट कर गिरी दीवार। संवाद
संवाद न्यूज एजेंसी
बावल। कस्बे के नांगल रोड पर 1826 में बने ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब की दीवार टूट कर गिर गई। तालाब का जीर्णोद्धार कराने की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन इसपर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।
महेश ने बताया कि शाम को वह तालाब के आसपास ही घूम रहे थे। तभी जोरदार धमाका हुआ। जाकर देखा तो तालाब की दीवार गिर चुकी थी। गनीमत यह रही कि उस समय आसपास कोई नहीं था। नरेश, ईश्वर, कुलदीप, अजीत ने बताया कि दीवार बनाने में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया था। बिना पानी भरे ही दीवार गिरना प्रशासन पर भी सवाल खड़े कर रहा है। लोगों ने मामले की जांच करने और ठेकेदार की पेमेंट रोकने की मांग की है। एक दशक से धीमी गति से बाउंड्री वाल का निर्माण कार्य सम्पन्न होने के बाद लोग इसे नहर से जोड़ने की मांग कर रहे थे ताकि एक पर्यटक स्थल के रूप मे विकसित किया जा सके। अब दीवार गिरने की वजह से लोगों में काफी आक्रोश है।
रामसरोवर तालाब लोगों की आस्था का केंद्र है। हर साल यहां धार्मिक कार्यक्रम होते हैं। कल से इसी तालाब किनारे भागवत कथा शुरू होनी है। काफी संख्या मे लोग पहुंचेंगे। लगातार ग्रामीणों और कस्बे की सामाजिक संस्थाओं ने ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब को बचाने और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए अनेक बार प्रयास किए हैं।
महेंद्र सिंह ने बताया कि 20 लाख रुपये पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कृषि विश्वविद्यालय के कार्यक्रम के दौरान रामसरोवर तालाब की दीवार के लिए दिए थे। 10 लाख रुपये डी प्लान से मिले थे। लगभग पंद्रह लाख रुपये सांसद राव इंद्रजीत ने दीवार के लिए दिए थे। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री डॉक्टर बनवारी लाल ने भी ग्रांट दी थी। इससे बाउंड्री वाल का काम पूरा हो चुका है और नहर से जोड़कर पानी पहुंचाने की प्रक्रिया पूरी की जानी है।
राजा हीरा सिंह यहां आते थे घूमने
जगदीश पहलवान ने बताया कि नाभा रियासत के समय राजा हीरा सिंह भी यहां आते थे। अजीत उपेंद्र कुलदीप नवीन ने बताया कि नहर से जोड़कर तालाब में पानी भर जाए ताकि बावल की एक धरोहर की अस्तित्व को बचाया जा सके। मगर जिस तरह से इसकी अनदेखी की जा रही है, काफी गंभीर विषय है। इस और प्रशासन को जल्द ही ध्यान देना चाहिए।
वर्जन:
ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब की दीवार टूटकर गिरने का मामला उनके संज्ञान में आया है। जांच कराकर उचित कार्यवाही की जाएगी। – अनिल कुमार, सचिव, नगरपालिका बावल।
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Rewari News: ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब की दीवार गिरी


