Rewari News: ग्रीन एनर्जी पावर प्लांट में हादसा, पांच झुलसे, तीन गंभीर रूप से घायल


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रेवाड़ी के कोसली के गांव खुर्शीदनगर में पराली से बिजली उत्पादन करने वाले देश के पहले ग्रीन एनर्जी पावर प्लांट में लगे ब्वॉयलर से हादसा हो गया। इसमें वहां काम करने वाले पांच लोग झुलस गए, जिसमें तीन हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें उपचार के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्लांट अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

बताया जा रहा है कि पावर प्लांट में गैस पाइप लाइन में अचानक प्रेशर बन गया, जिससे वहां लगे ब्वॉयलर बैक मारने की वजह से उसमें से आग निकली। हादसे में जिले के गांव भड़ंगी निवासी संजय, मुमताजपुर निवासी नरेंद्र, गुजरात निवासी छोटेलाल, केशव व योगेंद्र झुलस गए। कुछ गुरुग्राम तो कुछ को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना के बाद नाहड़ पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जगदीश सिंह भी प्लांट पर पहुंचे।

बता दें कि कोसली के गांव खुर्शीदनगर में बना देश का यह पहला प्रदूषण रहित बिजली उत्पादन करने वाला प्लांट है। इसी साल फरवरी में इस प्लांट का उद्घाटन हुआ था। यहां तैयार होने वाली बिजली को गांव बिसोहा के 33 केवी सब स्टेशन में उपलब्ध कराया जा रहा है।

बिसोहा गांव को दो मेगावाट बिजली प्रति घंटे आपूर्ति
पंचकूला रिन्युअल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी से मान्यता प्राप्त इस प्लांट में 400 किलोवाट क्षमता के पांच इंजन हैं, जिनसे बिना प्रदूषण के पराली से बिजली की उत्पादन प्रक्रिया को शुरू किया गया है। दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम के 33 केवी सब स्टेशन बिसोहा को दो मेगावाट बिजली प्रति घंटे प्रदान की जा रही है।

बायोमास गैस विधि पर आधारित है प्लांट
पराली से चलने वाला यह प्लांट बॉयलर के बजाय बायोमास गैस विधि से काम कर रहा है, जिसमें प्रदूषण की कोई संभावना नहीं है। पराली से चलने वाले पांचों इंजन से तैयार होने वाली गैस से ही बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।

सूचना के बाद भी नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
हादसे की सूचना मिलने के बाद भी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। वहीं घटना की सूचना आसपास के गांवों में फैल गई और लोग बड़ी संख्या में घटना स्थल पर पहुंच गए। एकत्रित ग्रामीण यह जानने का प्रयास कर रहे थे कि कितने लोग हादसे का शिकार हुए हैं लेकिन वहां न ही प्लांट के अधिकारी और न ही प्रशासनिक अधिकारी मौजूद था।
 

विस्तार

रेवाड़ी के कोसली के गांव खुर्शीदनगर में पराली से बिजली उत्पादन करने वाले देश के पहले ग्रीन एनर्जी पावर प्लांट में लगे ब्वॉयलर से हादसा हो गया। इसमें वहां काम करने वाले पांच लोग झुलस गए, जिसमें तीन हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें उपचार के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्लांट अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

बताया जा रहा है कि पावर प्लांट में गैस पाइप लाइन में अचानक प्रेशर बन गया, जिससे वहां लगे ब्वॉयलर बैक मारने की वजह से उसमें से आग निकली। हादसे में जिले के गांव भड़ंगी निवासी संजय, मुमताजपुर निवासी नरेंद्र, गुजरात निवासी छोटेलाल, केशव व योगेंद्र झुलस गए। कुछ गुरुग्राम तो कुछ को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना के बाद नाहड़ पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जगदीश सिंह भी प्लांट पर पहुंचे।

बता दें कि कोसली के गांव खुर्शीदनगर में बना देश का यह पहला प्रदूषण रहित बिजली उत्पादन करने वाला प्लांट है। इसी साल फरवरी में इस प्लांट का उद्घाटन हुआ था। यहां तैयार होने वाली बिजली को गांव बिसोहा के 33 केवी सब स्टेशन में उपलब्ध कराया जा रहा है।

बिसोहा गांव को दो मेगावाट बिजली प्रति घंटे आपूर्ति

पंचकूला रिन्युअल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी से मान्यता प्राप्त इस प्लांट में 400 किलोवाट क्षमता के पांच इंजन हैं, जिनसे बिना प्रदूषण के पराली से बिजली की उत्पादन प्रक्रिया को शुरू किया गया है। दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम के 33 केवी सब स्टेशन बिसोहा को दो मेगावाट बिजली प्रति घंटे प्रदान की जा रही है।

बायोमास गैस विधि पर आधारित है प्लांट

पराली से चलने वाला यह प्लांट बॉयलर के बजाय बायोमास गैस विधि से काम कर रहा है, जिसमें प्रदूषण की कोई संभावना नहीं है। पराली से चलने वाले पांचों इंजन से तैयार होने वाली गैस से ही बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।

सूचना के बाद भी नहीं पहुंचा कोई अधिकारी

हादसे की सूचना मिलने के बाद भी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। वहीं घटना की सूचना आसपास के गांवों में फैल गई और लोग बड़ी संख्या में घटना स्थल पर पहुंच गए। एकत्रित ग्रामीण यह जानने का प्रयास कर रहे थे कि कितने लोग हादसे का शिकार हुए हैं लेकिन वहां न ही प्लांट के अधिकारी और न ही प्रशासनिक अधिकारी मौजूद था।

 

हमने घटना के बाद मौके पर पहुंचकर मुआयना कर लिया है। हादसे में पांच व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। हमारे पास अभी घटना को 11 घंटे बीत जाने के बाद अस्पताल से कोई सूचना नहीं आई है। सूचना आने पर ही घायलों के बयान दर्ज किए जाएंगे। प्लांट के मालिक राजपाल से बार-बार फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कॉल  रिसीव नहीं की। – जगदीश, चौकी प्रभारी, नाहड़

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