संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Mon, 12 Aug 2024 12:51 AM IST
फोटो: 8रेवाड़ी। गांव कोसली स्थित राजकीय महाविद्यालय। संवाद
रेवाड़ी। कॉलेजों में एक अगस्त से नए शिक्षा सत्र की कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। वहीं अब महाविद्यालय प्रबंधन समिति ने नए आदेश का पालन करने की रूपरेखा तैयार की है। इसके तहत कॉलेजों में प्रोफेसर अभिभावकों से विद्यार्थियों की प्रगति और समस्याओं पर मंथन करेंगे। इसके लिए महाविद्यालय अपने स्तर पर अभिभावकों व विद्यार्थियों का सेमिनार आयोजित करेगा।
कोसली राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विवेक कुमार ने बताया कि स्कूलों से कॉलेज कई मामलों में भिन्न है। कॉलेज में आने के बाद विद्यार्थी परिपक्व हो जाता है। तर्क एवं चिंतन शक्ति भी बढ़ जाती है। बता दें कि कॉलेजों में विद्यार्थियों की औसतन उपस्थिति 60 प्रतिशत रहती है जोकि चिंता का विषय है। इस समस्याओं पर विद्यार्थियों के अभिभावकों से बात करना जरूरी हो गया है।
बदलते परिवेश में अभिभावकों की सोच भी बदल रही है। उनको यह लगता है कि बच्चे का दाखिले लेने के बाद उसे कॉलेज न भेज कर बल्कि उसे किसी कोचिंग संस्थान भेजे जा रहे हैं। इनको देखते हुए उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने सभी कॉलेजों को निर्देश जारी किए हैं कि वे कॉलेजों में विद्यार्थियों की समस्याओं पर चिंतन करें।
वर्जन
कॉलेज में सेमिनार आयोजित कर विद्यार्थियों की समस्याओं पर मंथन किया जाएगा। इसमें अभिभावकों की भी उपस्थिति अनिवार्य होगी। ताकि विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उसे एक अच्छा परिवेश भी दिया जा सके।- डॉ. विवेक कुमार, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय कोसली
Rewari News: कॉलेजों में अभिभावकों के साथ विद्यार्थियों की समस्या पर होगा मंथन