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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि 10 जून को राज्यसभा चुनावों में पार्टी के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे। भाजपा ने सुभाष चंद्रा को स्पॉन्सर किया है, पर उनके पास मेजोरिटी नहीं है। वे जान-बूझकर राजस्थान से चुनावों में उतरे हैं। हमारे पास 126 विधायक हैं और हमारे तीनों प्रत्याशी जीत रहे हैं।
बुधवार को होटल ताज अरावली से बाहर निकलते समय गहलोत ने मीडिया के कुछ सवालों के जवाब दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश कर रही है। वह फेल हो चुकी है। इसी वजह से ईडी और चुनाव आयोग को शिकायतें की जा रही हैं। हमें सभी कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला हुआ है।
भाजपाई लोकतंत्र को तोड़ रहे हैं
गहलोत ने कहा कि भाजपाई लोकतंत्र को तोड़ रहे हैं। लोकतंत्र को तोड़ना देश के लिए खतरे की घंटी है। भाजपा के लोग हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर आखिर कब तक राजनीति करते रहेंगे? पूरे मुल्क के लिए यह चिंताजनक है। महंगाई जैसे मुद्दों को डायवर्ट किया जा रहा है। हकीकत यह है कि देश में लगातार आपसी तनाव बढ़ रहा है। शांति-सद्भाव कहां रह गया है?
जयपुर रवाना हुए गहलोत
राज्यसभा चुनाव को लेकर बीते छह दिन से उदयपुर में गहमागहमी चल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को जयपुर के लिए रवाना हो गए। कांग्रेस के विधायकों के साथ-साथ उन्होंने सभी निर्दलीय विधायकों से भी मुलाकात की थी। गुरुवार शाम को सभी विधायकों को जयपुर ले जाने की व्यवस्था की जाएगी।
76 साल में जो किया, उसे इन्होंने बर्बाद कर दिया
गहलोत ने कहा कि 76 साल के इतिहास में हमारे नेताओं ने जो मान-सम्मान कमाया, उसे इन लोगों ने तहस-नहस कर दिया। गहलोत का इशारा नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल प्रकरण पर था। उन्होंने कहा वैश्विक दबाव के चलते अस्थायी तौर पर जरूर कार्रवाई हुई है। यह महज ध्यान भटका रहे हैं। सब दिखावा है। देश का माहौल खराब हो रहा है और इसकी सबसे ज्यादा जिम्मेदारी उसकी है जो सत्ता में बैठा है।
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