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भारतीय रेल के साथ सफर करने वालों के लिए रेलवे की इंटीग्रेटेड हेल्पलाइन नंबर 139 रेल से सफर के दौरान पूछताछ और शिकायत निवारण के लिए सबसे मददगार नंबर है। यह तब और खास नंबर बन गया, जब भारतीय रेल ने बाकी तमाम हेल्पलाइन नंबर को खत्म कर 139 को रेलवे का इकलौता और इंटीग्रेटेड हेल्पलाइन नंबर बना दिया। आप सफर में जरूरत पड़ने पर इस नंबर से मदद ले सकते हैं। इसमें शिकायत, परेशानी, सर्विस या अन्य सुविधा के लिए 139 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। एक बार 139 डायल करने के बाद किस चीज के लिए कौन सा नंबर दबाना होता है, इसकी जानकारी ज्यादातर लोगों को नहीं है। आइए, हम इसी बात पर चर्चा कर लेते हैं।
12 भाषाओं में उपलब्ध है 139 नंबर
हेल्पलाइन नंबर 139 को 12 भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है। यह आईवीआरएस (इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स सिस्टम) पर आधारित है। हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करने के लिए किसी स्मार्टफोन की भी जरूरत नहीं है। इस वजह से सभी मोबाइल यूजर के लिए इस नंबर तक आसान पहुंच संभव है।
डायल करने के बाद जानें किन चीजों के लिए कौन सा नंबर होता है दबाना
- भारतीय रेल के मुताबिक, सुरक्षा और मेडिकल सहायता के लिए पैसेंजर को ‘1’ नंबर दबाना होता है, जो कॉल सेंटर में कार्यरत कर्मचारी से उसे तत्काल कनेक्ट कर देता है।
- पूछताछ के लिए यात्री को ‘2’ नंबर को दबाना होता है। इसके तहत ही पीएनआर स्टेटस, ट्रेन के आगमन/प्रस्थान, एकोमोडेशन, किराया संबंधी पूछताछ, टिकट बुकिंग, प्रणाली के तहत टिकट निरस्त करने, वेकअप अलार्म सुविधा/प्रस्थान संबंधी अलर्ट, व्हील चेयर की बुकिंग और भोजन की बुकिंग के बारे में भी जरूरी जानकारियां हासिल की जा सकती हैं।
- केटरिंग संबंधी शिकायतों के लिए यात्री को ‘3’ नंबर को दबाना होता है।
- सामान्य शिकायतों के लिए यात्री को ‘4’ नंबर को दबाना होता है।
- सतर्कता संबंधी शिकायतों के लिए यात्री को ‘5’ नंबर को दबाना होता है।
- हादसे के दौरान पूछताछ करने के लिए यात्री को ‘6’ नंबर को दबाना होता है।
- शिकायतों की ताजा स्थिति से अवगत होने के लिए यात्री को ‘9’ नंबर को दबाना होता है।
- कॉल सेंटर में कार्यरत कर्मचारी से बात करने के लिए यात्री को * (स्टार) को दबाना होता है।

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Railway News: रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 को कितना जानते हैं आप? जानें कब आता है काम – India TV Hindi