India vs Bangladesh 1st Test: भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है और बीसीसीआई ने पहले टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया है। टेस्ट स्क्वाड में सरफराज खान और केएल राहुल दोनों को चांस मिला है। दोनों ही प्लेयर्स मिडिल ऑर्डर में खेलते हैं। राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेला था। इसके बाद वह चोटिल होकर बाहर हो गए थे। फिर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में सरफराज खान को डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने इसे दोनों हाथों से लपका और दमदार प्रदर्शन किया। सरफराज ने घरेलू क्रिकेट में रनों के पहाड़ खड़े किए हैं।
केएल राहुल के पास है अनुभव
बांग्लादेश के खिलाफ शुरुआती टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन का चयन करने की बात आएगी, तो केएल राहुल का अनुभव उन्हें फायदा दिलाएगा। राहुल को 50 टेस्ट मैचों में खेलने का अनुभव है जिससे उन्हें फायदा होगा। वह लगभग पिछले एक दशक से टीम इंडिया का हिस्सा हैं और टीम इंडिया के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। दूसरी तरफ से सरफराज खान ने अभी तक टीम इंडिया के लिए 3 टेस्ट मैचों में 200 रन बनाए हैं। टीम मैनेजमेंट का पूरा ध्यान नवंबर-दिसंबर में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे होगा। जहां राहुल की सख्त जरूरत पड़ेगी।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि बाहर के लोगों को यह समझ में नहीं आता कि टीम कैसे काम करती है और किस तरह की व्यवस्था होती है। केएल ने अपने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में शतक बनाया जो हाल के समय में सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों में से एक है और चोट लगने से पहले हैदराबाद में अपने पिछले टेस्ट में 86 रन बनाए। उन्हें टीम से बाहर नहीं किया गया बल्कि वह चोटिल हो गए। इसलिए वह फिट और उपलब्ध हैं, उन्होंने दलीप ट्रॉफी में अर्धशतक बनाया, उन्हें मैच खेलने का मौका मिला और वह खेलेंगे।
डेब्यू टेस्ट मैच में लगाए थे दो अर्धशतक
घरेलू क्रिकेट के स्टार सरफराज ने इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में अपने पहले मैच में दो अर्धशतक लगाकर शुरुआत की, जिसमें उन्होंने तेज और धीमे दोनों गेंदबाजों के खिलाफ सटीक फुटवर्क और सुधार दिखाया। सूत्र ने कहा कि सरफराज ने सब कुछ सही किया है। अगर कोई भी खिलाड़ी चोटिल होता है तो उन्हें खिलाया जाएगा। लेकिन राहुल के अनुभव की कोई सानी नहीं है। टीम मैनेजमेंट सिर्फ बांग्लादेश को ही नहीं देख रहा है बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज पर भी ध्यान लगाए है, जहां पिछला अनुभव मायने रखता है।
राहुल चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया के पिछले दो टेस्ट दौरों में नहीं खेल पाये थे लेकिन 2014 में उन्होंने सिडनी में शतक बनाया था। हालांकि 50 टेस्ट के बाद राहुल का औसत 35 से कम है जो इतना अच्छा नहीं है। लेकिन सिडनी, लॉर्ड्स, ओवल, सेंचुरियन जैसे बड़े विदेशी मैदानों पर रन बनाना कर्नाटक के इस खिलाड़ी को आगे रखता है।
(Input: PTI)
Playing 11 से बाहर रहेंगे सरफराज खान? राहुल को मिल सकता है इस बात का फायदा; रिपोर्ट में मिले संकेत – India TV Hindi