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पानीपत। घर का बिजली बिल 21.89 लाख रुपये आने से क्षुब्ध बुजुर्ग महिला उपभोक्ता ने मंगलवार को सब डिवीजन बिजली निगम कार्यालय में अनोखे तरीके से विरोध जताया। संत नगर की रहने वाली 65 वर्षीय महिला सुमन के 60 गज के घर का बिजली बिल 21 लाख 89 हजार रुपये आ गया। इसके बाद उन्होंने बिजली निगम में ढोल-ताशे बजवाए और अधिकारियों के लिए मिठाई लेकर पहुंच गईं। उन्होंने कहा कि शायद अब उन्हें उपभोक्ताओं की आवाज सुनाई दे।
बुजुर्ग महिला का कहना है कि उसके पास बिल भरने के लिए पैसे नहीं हैं और अब उन्हें अपना घर बेचना पड़ेगा, जिसकी खुशी में उन्होंने निगम में ढोल बजवाए हैं। अपने 60 गज के घर में महिला अकेले रहती है और मित्तल फैक्टरी में मजदूरी करती है। महिला का कहना है पिछले दो साल में जो पैसे जोड़े थे, सब किला सब डिवीजन के अधिकारी को दे चुकी हूं। उनका कहना है कि 80 हजार लेने के बाद भी निगम कार्यालय में काम करने वाला एक कर्मी कहता है कि थोड़ा हमारा भी ख्याल रखो।
2019 में सुमन का बिजली बिल अचानक 12 लाख रुपये आ गया था, जबकि पिछले महीने उन्होंने सारा बिल भर दिया था। सुमन ने बताया कि 12 लाख रुपये उसके पास नहीं हैं। इसके कारण वह बिल नहीं भर पाई और लगातार इस बिल पर ब्याज लगता जा रहा है। वहीं बिजली बिल में देखा गया तो उसमें दो महीने की 99 हजार रीडिंग आई थी। जबकि दो किलोवाट मीटर में इतनी रीडिंग साल भर में भी नहीं आ सकती। महिला का कहना है कि उसके पास केवल आखिरी उपाय घर बेचना है, वह भी शायद इतने रुपये में नहीं बिकेगा कि वह बिल भर लें। बुजुर्ग महिला सुमन अपने घर में अकेली रहती हैं और केवल एक बल्ब और पंखे का बिल निगम ने इतना भेज दिया है।
सुमन ढोल ताशे के साथ मिठाई लेकर जब वकील संदीप भारद्वाज खलीला के साथ सब डिवीजन के एसडीओ नरेंद्र जागलान के पास पहुंचीं तो उनसे लगभग एक घंटे तक बहस हुई। इसमें महिला ने कहा कि पिछले दो साल से वह किला सब डिवीजन के चक्कर काट रही है और 80 हजार रुपये भर भी चुकी हूं। इससे ज्यादा रुपये अब नहीं भर सकती। इसलिए वह यहां आई हैं। एसडीओ नरेंद्र ने कहा कि वह अपनी शिकायत किला डिवीजन में दें और अपना मीटर और बिजली बिल का रिकॉर्ड चेक करवाएं।
पानीपत। घर का बिजली बिल 21.89 लाख रुपये आने से क्षुब्ध बुजुर्ग महिला उपभोक्ता ने मंगलवार को सब डिवीजन बिजली निगम कार्यालय में अनोखे तरीके से विरोध जताया। संत नगर की रहने वाली 65 वर्षीय महिला सुमन के 60 गज के घर का बिजली बिल 21 लाख 89 हजार रुपये आ गया। इसके बाद उन्होंने बिजली निगम में ढोल-ताशे बजवाए और अधिकारियों के लिए मिठाई लेकर पहुंच गईं। उन्होंने कहा कि शायद अब उन्हें उपभोक्ताओं की आवाज सुनाई दे।
बुजुर्ग महिला का कहना है कि उसके पास बिल भरने के लिए पैसे नहीं हैं और अब उन्हें अपना घर बेचना पड़ेगा, जिसकी खुशी में उन्होंने निगम में ढोल बजवाए हैं। अपने 60 गज के घर में महिला अकेले रहती है और मित्तल फैक्टरी में मजदूरी करती है। महिला का कहना है पिछले दो साल में जो पैसे जोड़े थे, सब किला सब डिवीजन के अधिकारी को दे चुकी हूं। उनका कहना है कि 80 हजार लेने के बाद भी निगम कार्यालय में काम करने वाला एक कर्मी कहता है कि थोड़ा हमारा भी ख्याल रखो।
2019 में सुमन का बिजली बिल अचानक 12 लाख रुपये आ गया था, जबकि पिछले महीने उन्होंने सारा बिल भर दिया था। सुमन ने बताया कि 12 लाख रुपये उसके पास नहीं हैं। इसके कारण वह बिल नहीं भर पाई और लगातार इस बिल पर ब्याज लगता जा रहा है। वहीं बिजली बिल में देखा गया तो उसमें दो महीने की 99 हजार रीडिंग आई थी। जबकि दो किलोवाट मीटर में इतनी रीडिंग साल भर में भी नहीं आ सकती। महिला का कहना है कि उसके पास केवल आखिरी उपाय घर बेचना है, वह भी शायद इतने रुपये में नहीं बिकेगा कि वह बिल भर लें। बुजुर्ग महिला सुमन अपने घर में अकेली रहती हैं और केवल एक बल्ब और पंखे का बिल निगम ने इतना भेज दिया है।
सुमन ढोल ताशे के साथ मिठाई लेकर जब वकील संदीप भारद्वाज खलीला के साथ सब डिवीजन के एसडीओ नरेंद्र जागलान के पास पहुंचीं तो उनसे लगभग एक घंटे तक बहस हुई। इसमें महिला ने कहा कि पिछले दो साल से वह किला सब डिवीजन के चक्कर काट रही है और 80 हजार रुपये भर भी चुकी हूं। इससे ज्यादा रुपये अब नहीं भर सकती। इसलिए वह यहां आई हैं। एसडीओ नरेंद्र ने कहा कि वह अपनी शिकायत किला डिवीजन में दें और अपना मीटर और बिजली बिल का रिकॉर्ड चेक करवाएं।
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