Panipat Firing: जमीन विवाद में भतीजे ने चाचा-चाची पर किए सात फायर, ताबड़तोड़ फायरिंग से सहमा गांव ऊंटला


फायरिंग में घायल

फायरिंग में घायल
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी।

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पानीपत के गांव ऊंटला में पांच एकड़ जमीन विवाद में भतीजे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर चाचा-चाची पर एक के बाद एक सात फायर किए। चाचा की सांथल में गोली लगी, जबकि चाची को पैर, घुटने और सिर में छर्रे लगे हैं। वारदात मंगलवार दोपहर करीब एक बजे की है। घायल चाचा ने डायल-112 पर कॉल कर वारदात की सूचना दी। मतलौडा थाना प्रभारी अपनी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और घायल दंपती को इलाज के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल दोनों ही खतरे से बाहर हैं।

गांव ऊंटला निवासी अजीत पुत्र बीजा राम ने बताया कि उसके पिता के नाम कुल 18 एकड़ जमीन थी। दो साल पहले सौतेले भाई धर्म सिंह ने बंटवारा कर जमीन में से तीसरा हिस्सा उसे दिया था, जबकि खुद 12 एकड़ जमीन रख ली थी। अजीत ने बताया कि उसके पास करीब पौने सात एकड़ जमीन थी, जिनमें से पौने एकड़ जमीन उसने बेच दी है। अब उसके पास करीब पांच एकड़ जमीन है। जिस पर सौतेला भाई धर्मसिंह और उसका बेटा कुलदीप उर्फ गांधी कब्जा करना चाहते है। वह काफी बार उसे जमीन को खाली करने की धमकी दे चुके है। मंगलवार दोपहर को वह अपनी पत्नी सीमा के साथ परचून का सामान लेने के लिए बाइक पर सवार होकर मतलौडा गए थे। वह सामान खरीदकर जैसे ही गांव के अड्डे पर पहुंचे तो उसे एक बाइक पर सवार भतीजा कुलदीप और गांव ऊंटला का ही रहने वाला वजीर मिले, उनके हाथ में देसी कट्टा हथियार था। आरोपियों ने उन पर करीब सात फायर किए और फरार हो गए।

पहले दो फायर किए, फिर 800 मीटर तक करते रहे
अजीत ने बताया कि जब वह गांव अड्डे पर पहुंचे तो आरोपियों ने उनकी तरफ दो फायर किए, लेकिन वह बच गए। उसके बाद वह गांव की तरफ जाने लगे और उन्होंने आरोपियों के पास हथियार होने का शोर मचाया। वह चिल्लाते रहे, लेकिन कोई ग्रामीण मदद करने नहीं आया। जब वह रमेश पंडित की दुकान के सामने पहुंचे तो सामने से रेत ट्रैक्टर-ट्राली आ गई, जिस वजह उन्हें भागने का मौका नहीं मिल सका। इसी बीच एक तीसरा आरोपी ओर आ गया। वह भतीजे और उसके दोस्त के साथ था। आरोपियों ने फिर उन पर फायर किए। जिनमें एक गोली उसके पैर में लगी। वहीं पत्नी के सिर, घुटने और पैर में छर्रे लगे।

दिन दहाड़े गोली चलने से सहम गया ऊंटला 
दिनदहाड़े आठ सौ मीटर तक गोलिया चलने से गांव ऊंटला के लोग सहम गए। सभी अपने-अपने घरों में घुस गए और खिड़कियों से वारदात को देखते रहे। दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों के शटर लगा लिए, बदमाशों के पास हथियार होने की वजह से किसी ने अजीत और उसकी पत्नी की मदद करने की जहमत तक नहीं उठाई।

आरोपियों से खुद और परिवार की जान को बताया खतरा
अजीत ने कहा कि भाई धर्मसिंह और भतीजा कुलदीप दोनों ही आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। वह पिछले एक साल में चार से पांच बार पहले भी हमला कर चुके है और जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। अजीत का कहना है कि उसे अपनी और अपने परिवार की जान को खतरा है। उसने पुलिस सुरक्षा की मांग की है।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, घायल अजीत और उसकी पत्नी को पुलिस ने ही सामान्य अस्पताल में पहुंचाया है, दोनों फिलहाल खतरे से बाहर है, घायलों के बयान दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। – इंस्पेक्टर सुनील कुमार, मतलौडा थाना प्रभारी

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पानीपत के गांव ऊंटला में पांच एकड़ जमीन विवाद में भतीजे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर चाचा-चाची पर एक के बाद एक सात फायर किए। चाचा की सांथल में गोली लगी, जबकि चाची को पैर, घुटने और सिर में छर्रे लगे हैं। वारदात मंगलवार दोपहर करीब एक बजे की है। घायल चाचा ने डायल-112 पर कॉल कर वारदात की सूचना दी। मतलौडा थाना प्रभारी अपनी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और घायल दंपती को इलाज के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल दोनों ही खतरे से बाहर हैं।

गांव ऊंटला निवासी अजीत पुत्र बीजा राम ने बताया कि उसके पिता के नाम कुल 18 एकड़ जमीन थी। दो साल पहले सौतेले भाई धर्म सिंह ने बंटवारा कर जमीन में से तीसरा हिस्सा उसे दिया था, जबकि खुद 12 एकड़ जमीन रख ली थी। अजीत ने बताया कि उसके पास करीब पौने सात एकड़ जमीन थी, जिनमें से पौने एकड़ जमीन उसने बेच दी है। अब उसके पास करीब पांच एकड़ जमीन है। जिस पर सौतेला भाई धर्मसिंह और उसका बेटा कुलदीप उर्फ गांधी कब्जा करना चाहते है। वह काफी बार उसे जमीन को खाली करने की धमकी दे चुके है। मंगलवार दोपहर को वह अपनी पत्नी सीमा के साथ परचून का सामान लेने के लिए बाइक पर सवार होकर मतलौडा गए थे। वह सामान खरीदकर जैसे ही गांव के अड्डे पर पहुंचे तो उसे एक बाइक पर सवार भतीजा कुलदीप और गांव ऊंटला का ही रहने वाला वजीर मिले, उनके हाथ में देसी कट्टा हथियार था। आरोपियों ने उन पर करीब सात फायर किए और फरार हो गए।

पहले दो फायर किए, फिर 800 मीटर तक करते रहे

अजीत ने बताया कि जब वह गांव अड्डे पर पहुंचे तो आरोपियों ने उनकी तरफ दो फायर किए, लेकिन वह बच गए। उसके बाद वह गांव की तरफ जाने लगे और उन्होंने आरोपियों के पास हथियार होने का शोर मचाया। वह चिल्लाते रहे, लेकिन कोई ग्रामीण मदद करने नहीं आया। जब वह रमेश पंडित की दुकान के सामने पहुंचे तो सामने से रेत ट्रैक्टर-ट्राली आ गई, जिस वजह उन्हें भागने का मौका नहीं मिल सका। इसी बीच एक तीसरा आरोपी ओर आ गया। वह भतीजे और उसके दोस्त के साथ था। आरोपियों ने फिर उन पर फायर किए। जिनमें एक गोली उसके पैर में लगी। वहीं पत्नी के सिर, घुटने और पैर में छर्रे लगे।

दिन दहाड़े गोली चलने से सहम गया ऊंटला 

दिनदहाड़े आठ सौ मीटर तक गोलिया चलने से गांव ऊंटला के लोग सहम गए। सभी अपने-अपने घरों में घुस गए और खिड़कियों से वारदात को देखते रहे। दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों के शटर लगा लिए, बदमाशों के पास हथियार होने की वजह से किसी ने अजीत और उसकी पत्नी की मदद करने की जहमत तक नहीं उठाई।

आरोपियों से खुद और परिवार की जान को बताया खतरा

अजीत ने कहा कि भाई धर्मसिंह और भतीजा कुलदीप दोनों ही आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। वह पिछले एक साल में चार से पांच बार पहले भी हमला कर चुके है और जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। अजीत का कहना है कि उसे अपनी और अपने परिवार की जान को खतरा है। उसने पुलिस सुरक्षा की मांग की है।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, घायल अजीत और उसकी पत्नी को पुलिस ने ही सामान्य अस्पताल में पहुंचाया है, दोनों फिलहाल खतरे से बाहर है, घायलों के बयान दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। – इंस्पेक्टर सुनील कुमार, मतलौडा थाना प्रभारी

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