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आम चुनाव 2024 में हार के बाद यूपी के उप-चुनाव न सिर्फ बीजेपी बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए भी अग्निपरीक्षा जैसी स्थिति पैदा कर चुके हैं.
अक्टूबर के आस-पास इसी साल होने वाले प्रदेश के उप-चुनावों में बीजेपी की ओर से स्थानीय मुद्दों के अलावा हार्डकोर हिंदुत्व का मुद्दा भी खूब चला जाएगा.
इस बात के संकेत बुधवार (14 अगस्त, 2024) को तब मिले जब राजधानी लखनऊ में यूपी सीएम ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया.
योगी आदित्यनाथ ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर एक कार्यक्रम में कहा कि 1947 में नेतृत्व की मजबूत इच्छाशक्ति होती तो बंटवारा न होता.
कांग्रेस को घेरते हुए यूपी सीएम बोले कि उन लोगों में सत्ता के लालच ने देश को बर्बाद किया. जब-जब कांग्रेस के पास सत्ता गई, इन्होंने मोल पर राजनीति की.
पहले पीएम का नाम लेते हुए यूपी सीएम बोले कि 1947 में नेहरू और कांग्रेस तिरंगा के साथ जश्न मना रहे थे, तब अनगिनत लोग मातृभूमि छोड़ने को विवश थे.
यूपी सीएम ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “जो साल 1947 में हुआ था, वही तो बांग्लादेश में देखने को मिला. वहां हिंदू चिल्लाकर खुद को बचाने की गुहार लगा रहे हैं.”
बांग्लादेश को लेकर योगी आदित्यनाथ बोले, “दुनिया के मुंह सिले हुए हैं. भारत के सेक्युलर लोग भी चुप हैं. वे डर रहे हैं कि अगर वे बोले तो वोटबैंक खिसक जाएगा.”
पाकिस्तान को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ बोले कि आध्यात्मिक जगत में जिसका कोई अस्तित्व नहीं, उसको नष्ट ही होना है. हमें भी इसके लिए तैयार होना पड़ेगा.
यूपी सीएम ने यह भी कहा कि अखंड भारत का सपना ही इस तरह की घटना का हल होगा. समझा जा सकता है कि वह इसके जरिए हिंदुओं को साधना चाहते हैं.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो जैसे इंडिया ब्लॉक ने संविधान और आरक्षण जैसे मुद्दों को हथियार बनाया था, वैसे ही सीएम योगी पाक के जरिए प्रचार को धार दे रहे हैं.
Published at : 14 Aug 2024 12:03 PM (IST)
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