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अंबाला: केंद्र सरकार ने किसानों के हित में एक और बड़ा फैसला लिया और जिससे किसानों को भी फायदा होगा. दरअसल, खरीफ सीजन की 14 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने का फैसला केंद्र सरकार ने लिया है, ताकि किसानों को उनकी फसल का बेहतर दाम मिल सके. इस फैसले में धान की MSP 2,300 रुपए से बढ़ाकर 2,369 रुपए कर दी गई है यानी 69 रुपए की बढ़ोतरी हुई है, जबकि ज्वार (हाइब्रिड) की MSP 3,371 से बढ़कर 3,699 रुपए और ज्वार (मालदंडी किस्म) की MSP 3,421 से बढ़कर 3,749 रुपए हो गई है.
कितनी बढ़ी है MSP
इस फैसले में बाजरा, मक्का समेत दालें व सूरजमुखी शामिल है. वहीं केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसले को लेकर जब अंबाला के किसानों से बातचीत की, तो किसानों ने कहा कि अंबाला में ज़्यादातर गेहूं और धान की फसल तैयार की जाती है, जिनपर MSP लगभग 10% बढ़ाया गया है जो पर्याप्त नहीं है.
किसानों को नहीं हुआ है ज्यादा फायदा
उन्होंने कहा कि इन दिनों लेबर और पेस्टीसाइड्स व दवाइयों का खर्चा की बहुत ज्यादा है जिसे निकलना भी मुश्किल होता है. राहुल ने बताया कि सरकार के द्वारा जो MSP, 14 फसलों पर बढ़ाई गई है इससे ज्यादा कोई फायदा किसानों को नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि एक फसल को तैयार करने में काफी ज्यादा खर्च होता है और 69 रुपए जो MSP बड़ी है उससे वह किसानों को ज्यादा कोई फायदा नहीं है. उन्होंने बताया कि एक फसल को तैयार करने में काफी समय लगता है और उसमें महंगी दवाइयां भी डाली जाती हैं. ऐसे में 250 रुपए प्रति क्विंटल MSP कम से कम एक फसल पर बढ़नी चाहिए थी.
किसान अमरजीत सिंह ने बताया कि जो सरकार के द्वारा MSP बढ़ाई गई है, उससे ज्यादा कुछ फायदा किसानों को नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को कहती है कि हम MSP पर किसानों की फसल खरीद रहे हैं, लेकिन सच्चाई कुछ ओर ही होती है.
एमएसपी रेट बढ़नी चाहिए
वहीं किसान ज्ञान सिंह ने बताया कि सरकार के द्वारा जो एमएसपी रेट 14 फसलों पर बढ़ाए गए हैं, उसकी वह सराहना करते हैं. इन बड़े हुए रेटों से किसानों को फायदा होगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी, लेकिन अगर सरकार इन 14 फसलों पर किसानों को थोड़ी और MSP दे डाले, तो उससे किसानों को काफी ज्यादा लाभ पहुंचेगा.
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