ख़बर सुनें
विस्तार
शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की मनसा जिले के जवाहरके गांव जाते समय हत्या किए जाने की वारदात से पंजाब के लोग स्तब्ध व शोक में हैं। मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टरों के कई ग्रुप आमने-सामने होने से गैंगवार की आशंका बढ़ गई है। दरअसल, दुश्मनी गैंगस्टरों की आपसी है और हत्या पंजाब के उन नामचीन लोगों की हो रही है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से गैंगस्टरों के गिरोह के साथ जुड़े हुए हैं। सिद्धू मूसेवाला हो, संदीप नंगल अंबियां हो या फिर विक्की मिड्डूखेड़ा इनके संपर्क अप्रत्यक्ष रूप से गैंगस्टरों से होंगे, लेकिन इनकी हत्या कर गैंगस्टरों ने एक दूसरे को सबक सिखाने की बात सोशल मीडिया पर कही है।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या
सिद्धू मूसेवाला की इसलिए हत्या की गई, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ को आशंका थी कि मूसेवाला बंबीहा गुट से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है और उनकी मदद करता है। यह भी आशंका थी कि विक्की मिड्डूखेड़ा हत्याकांड में सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर शगुनप्रीत सिंह ने मदद की थी और बंबीहा गुट का साथ दिया था। बिश्नोई और बंबीहा गुट में काफी पुरानी दुश्मनी है। दुश्मनी बंबीहा गुट और लॉरेंस की थी, लेकिन इसमें नामवर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई।
संदीप नंगल अंबियां की हत्या
अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबियां की हत्या जालंधर में लगभग दो माह पहले इसलिए की गई, क्योंकि वह जग्गू भगवानपुरिया का नजदीकी माना जाता था। जग्गू भगवानपुरिया व लॉरेंस की आपस में खासी दोस्ती है और संदीप की हत्या बंबीहा गुट के शूटरों ने लॉरेंस व जग्गू भगवानपुरिया को सबक सिखाने के लिए की। पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि कनाडा से सनावर ढिल्लों ने बंबीहा गुट के शूटरों को पंजाब में इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के लिए भेजा था।
विक्की मिड्डूखेड़ा का कत्ल
मोहाली में अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा की 7 अगस्त 2021 को सरेबाजार गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। विक्की मिड्डूखेड़ा को लॉरेंस व जग्गू भगवानपुरिया के गुट का माना जाता था, लेकिन प्रत्यक्ष रूप से वह किसी से नहीं जुड़ा था। विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या के बाद कत्ल की जिम्मेदारी बंबीहा ग्रुप ने ली थी। कत्ल के कुछ समय बाद ही दविंदर बंबीहा ग्रुप ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर लिखा था कि विक्की मिड्डूखेडा का कत्ल बंबीहा ग्रुप ने करवाया है। पोस्ट में लिखा था कि कत्ल इसलिए किया गया है, क्योंकि विक्की मिड्डूखेड़ा हमारे एंटी ग्रुप लॉरेंस बिश्नोई को सारी जानकारी देता था। यहां भी दुश्मनी लॉरेंस बिश्नोई और बंबीहा गुट की थी।
गुरलाल पहलवान की हत्या
फरीदकोट यूथ कांग्रेस के प्रधान गुरलाल पहलवान की हत्या भी लॉरेंस और बंबीहा गुट की रंजिश का नतीजा थी। गुरलाल पहलवान की हत्या की जिम्मेदारी भी कनाडा बैठे गोल्डी बराड़ ने ली थी। 18 फरवरी, 2021 को गुरलाल को फरीदकोट के जुबली चौक पर गोलियों से छलनी कर दिया गया था। इसकी जिम्मेदारी कुछ देर बाद ही फेसबुक पर कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी। ठीक इसी प्रकार मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी भी इन्हीं लोगों ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर ली है। इस हत्याकांड के बाद ही गोल्डी बराड़ कनाडा चला गया था। लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ को आशंका थी कि गुरलाल पहलवान बंबीहा गुट से मिला हुआ है और उनकी मदद करता है।
गुरलाल बराड़ की हत्या
सोपू का प्रदेशाध्यक्ष गुरलाल बराड़ भी उभरता हुआ युवा नेता था और 10 अक्तबूर 2021 को उसकी हत्या बंबीहा गुट के शूटर्स ने कर दी थी। गुरलाल बराड़ मोहाली स्थित इंडस्ट्रियल एरिया के एक मॉल के बाहर अपनी गाड़ी में बैठा था। उसी समय दो नकाबपोश बाइक सवार उसकी गाड़ी के पास आए और कई राउंड गोलियां चलाईं। इस दौरान गाड़ी में बैठे गुरलाल के सिर, छाती और बाजू पर गोलियां लगी थीं। पुलिस व गुरलाल के दोस्त उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बता दिया था। बंबीहा गुट के गैंगस्टरों को यकीन था कि गुरलाल बराड़ लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है और उसकी मदद करता है। गुरलाल बराड़ गोल्डी बराड़ का चचेरा भाई था और उसकी हत्या का बदला लेने के लिए सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाई गई।
मोगा में युवा नेता हरजीत की हत्या
मोगा के गांव माड़ी मुस्तफा में दविंदर बंबीहा गुट के निकटवर्ती हरजीत सिंह की करीब दो माह पहले गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। कबड्डी टूर्नामेंट से करीब एक किलोमीटर दूर हरजीत सिंह अपने एक साथी के साथ बाइक पर कहीं जा रहा था। इसी दौरान एक अन्य मोटरसाइकिल पर पहुंचे चार गैंगस्टरों ने हरजीत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका दूसरा साथी पैर में गोली लगने से घायल हो गया। उसकी हत्या का आरोप बंबीहा गुट के विरोधी गैंगस्टरों पर लगा।
पार्षद गिंदा की हत्या
नामवर पार्षद गिंदा की 2018 में अमृतसर में हुई हत्या भी गैंगस्टरों की आपसी रंजिश व टकराव का नतीजा थी। आरोप लारेंस के साथी जग्गू भगवानपुरिया पर लगे थे। जग्गू भगवानपुरिया गैंग के बॉबी मल्होत्रा ने अकाली पार्षद जोगिंदर सिंह गिंदा की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। गैंगस्टर बॉबी, जो जग्गू का नजदीकी था, उसको आशंका थी कि गिंदा उसके विरोधियों का साथ देता है और उनको शह दे रखी है।
पार्षद गुरदीप पहलवान की हत्या
अमृतसर के वार्ड नंबर 50 के कांग्रेसी पार्षद गुरदीप पहलवान की 2018 में हुई हत्या में कुख्यात गैंगस्टर करण उर्फ मस्ती का नाम आया था, जो जग्गू भगवानपुरिया का साथी था। गुरदीप पहलवान की हत्या भी गैंगस्टरों की रंजिश का नतीजा थी।
.