Mohali Jhula Accident: जीनत भारती ने बयां की आपबीती, बोली-पता ही नहीं चला झूला कब गिरा, पति का होगा ऑपरेशन


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पता ही नहीं चला कि झूला कब नीचे आ गिरा। जमीन पर गिरने से चोट लगी है। हादसे में मोबाइल फोन तक चोरी हो गया। अस्पताल पहुंचने में सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। पति को ज्यादा चोट आई है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए कहा है। यह कहना है खरड़ निवासी पीड़ित जीनत भारती ने। उन्होंने सोमवार को आपबीती बयां की। जीनत भारती ने बताया कि दशहरा ग्राउंड में रविवार रात वह पारिवारिक सदस्यों के साथ मेला देखने गई थी। झूले पर पति हितेश के साथ वह भी थी। मामा-मामी भी बैठे थे। 

झूला कुछ ऐसा था कि वह ऊपर और नीचे जा रहा था। ऐसे में जब झूला अचानक नीचे आया तो पता ही नहीं चला कि टूट गया है। ऐसा महसूस हुआ कि वह शायद नीचे जा रहा है लेकिन कुछ सेकंड में ही जब जमीन पर धड़ाम से गिरा तो लोग उछल कर जमीन पर जा गिरे। इस दौरान किसी के मुंह, पैर, हाथ, टांग और पीठ पर गहरी चोट आई। वहीं हर कोई परिवार के सदस्यों को संभालने में लग गया। 

हादसे में लगी चोट के बाद भी मुश्किलों का दौर कम नहीं हुआ। अस्पताल कैसे जाएं कुछ पता नहीं था। इसी बीच जो लोग झूले से गिरे थे उनमें कई के महंगे फोन तक चोरी हो गए। उनका भी एक फोन चोरी हुआ है। सुबह से नंबर मिला रही हूं लेकिन फोन बंद आ रहा है। हादसे के दौरान मेला प्रबंधक सामने आया न ही कोई कर्मचारी। पति को रीढ़ की हड्डी पर गहरी चोट आई है। उनका ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। सुबह से सिविल अस्पताल में घूम रही हूं। रात को दिए गए सैंपलों की टेस्ट रिपोर्ट दोपहर दो बजे तक भी नहीं मिली। 

आधे इलाज के बाद घर जाने को कहा
सोमवार को सिविल अस्पताल में भर्ती हुई जीनत भारती और उनके पति हितेश दोनों रात को हुए टेस्ट की रिपोर्ट लेने सिविल अस्पताल पहुंचे। ऐसे में डॉक्टर द्वारा उन्हें आधे इलाज के बीच घर चले जाने पर फटकार भी लगाई। जीनत को गर्दन, जबकि हितेश को रीढ़ की हड्डी पर गहरी चोट आई है। वहीं जख्मी हुए अन्य लोगों ने बताया कि मेले में हुए हादसे के बाद काफी अफरातफरी हो मच गई थी। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि यह सब कुछ सेकंडों में कैसे हो गया। 
रविवार रात जैसे ही हादसे की खबर मिली मेडिकल टीम 20 मिनट के अंदर अस्पताल पहुंच गई। वहां पर एक ऑर्थो, ईएनटी और मेडिसिन के डॉक्टर मौजूद रहे। सिविल अस्पताल में सिर्फ चार ही मरीज इमरजेंसी में पहुंचे। इनके हर तरह की टेस्ट किए गए। महरम पट्टी के बाद उन्हें जनरल वार्ड में रखा गया। वहीं मरीजों ने अपनी मर्जी से डॉक्टर की सहमति के साथ छुट्टी मांगी और उन्हें घर भेज दिया गया। उक्त चार मरीजों के अलावा मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में पांच घायल इलाज करवा रहे हैं।  
-डॉ. आदर्श पाल कौर, सिविल सर्जन मोहाली।

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पता ही नहीं चला कि झूला कब नीचे आ गिरा। जमीन पर गिरने से चोट लगी है। हादसे में मोबाइल फोन तक चोरी हो गया। अस्पताल पहुंचने में सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। पति को ज्यादा चोट आई है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए कहा है। यह कहना है खरड़ निवासी पीड़ित जीनत भारती ने। उन्होंने सोमवार को आपबीती बयां की। जीनत भारती ने बताया कि दशहरा ग्राउंड में रविवार रात वह पारिवारिक सदस्यों के साथ मेला देखने गई थी। झूले पर पति हितेश के साथ वह भी थी। मामा-मामी भी बैठे थे। 

झूला कुछ ऐसा था कि वह ऊपर और नीचे जा रहा था। ऐसे में जब झूला अचानक नीचे आया तो पता ही नहीं चला कि टूट गया है। ऐसा महसूस हुआ कि वह शायद नीचे जा रहा है लेकिन कुछ सेकंड में ही जब जमीन पर धड़ाम से गिरा तो लोग उछल कर जमीन पर जा गिरे। इस दौरान किसी के मुंह, पैर, हाथ, टांग और पीठ पर गहरी चोट आई। वहीं हर कोई परिवार के सदस्यों को संभालने में लग गया। 

हादसे में लगी चोट के बाद भी मुश्किलों का दौर कम नहीं हुआ। अस्पताल कैसे जाएं कुछ पता नहीं था। इसी बीच जो लोग झूले से गिरे थे उनमें कई के महंगे फोन तक चोरी हो गए। उनका भी एक फोन चोरी हुआ है। सुबह से नंबर मिला रही हूं लेकिन फोन बंद आ रहा है। हादसे के दौरान मेला प्रबंधक सामने आया न ही कोई कर्मचारी। पति को रीढ़ की हड्डी पर गहरी चोट आई है। उनका ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। सुबह से सिविल अस्पताल में घूम रही हूं। रात को दिए गए सैंपलों की टेस्ट रिपोर्ट दोपहर दो बजे तक भी नहीं मिली। 

आधे इलाज के बाद घर जाने को कहा

सोमवार को सिविल अस्पताल में भर्ती हुई जीनत भारती और उनके पति हितेश दोनों रात को हुए टेस्ट की रिपोर्ट लेने सिविल अस्पताल पहुंचे। ऐसे में डॉक्टर द्वारा उन्हें आधे इलाज के बीच घर चले जाने पर फटकार भी लगाई। जीनत को गर्दन, जबकि हितेश को रीढ़ की हड्डी पर गहरी चोट आई है। वहीं जख्मी हुए अन्य लोगों ने बताया कि मेले में हुए हादसे के बाद काफी अफरातफरी हो मच गई थी। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि यह सब कुछ सेकंडों में कैसे हो गया। 

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