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नारनौल। जिले के किसान अभी भी कपास और बाजरा के 74.68 लाख रुपये के मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। अब तक मुआवजा नहीं मिलने से किसान निराश हैं।
इसके अलावा ओलावृष्टि होने से 2024-25 में सरसों फसल को भारी नुकसान हुआ था, लेकिन अभी बीमा कंपनी की तरफ से खरीफ फसल के नुकसान का मुआवजा ही नहीं दिया गया है। इसकी वजह से रबी सीजन में मुआवजे का किसानों को और इंतजार करना पड़ेगा। बता दें कि 2024 में खरीफ फसल के दौरान कई किसानों को नुकसान हुआ था। इन किसानों ने फसल का बीमा करवा रखा था। इसके बाद बीमा कंपनी की तरफ से जिन किसानों का नुकसान हुआ था, उनको को मुआवजा दिया जाना है।
2024-25 में दिसंबर में ओलावृष्टि पर सरसों की पैदावार करने वाले कई किसानों को नुकसान हुआ था। इसके बाद अंबाला, गुरुग्राम, हिसार, जींद, महेंद्रगढ़ और सोनीपत जिलों से 38492 आवेदन किए गए थे। मुआवजे के लिए हिसार में सबसे ज्यादा 36908 किसानों ने आवेदन किया था। इनमें से 23308 के आवेदनों में खामी मिलने से उन्हें रद्द भी कर दिया था। इसके अलावा अंबाला में 88 आवेदनों में से 24 पात्र, गुरुग्राम में 634 में से 252, जींद में से 568 में से 291, महेंद्रगढ़ में 145 में से 84 और सोनीपत में 145 में से 63 आवेदक पात्र मिले हैं। अब इन किसानों को बीमा कंपनी से अपने मुआवजे का इंतजार है।
इंसेट
वर्ष 2024 की राशि का किसान कर रहे इंतजार
ब्लॉक फसल मुआवजा
महेंद्रगढ़ कपास 4994550.64
महेंद्रगढ़ बाजरा 407934.01
नारनौल कपास 1390154.95
नारनौल बाजरा 675822.9
कुल 7468462.5
इंसेट
2024-25 में रबी फसल के नुकसान पर मुआवजे के लिए आए आवेदन
जिला आवेदन पात्र अपात्र
अंबाला 88 24 64
गुरुग्राम 634 252 382
हिसार 36908 13600 23308
जींद 568 291 277
महेंद्रगढ़ 149 84 65
सोनीपत 145 63 82
कुल 38492 14314 24178
वर्जन:
वर्ष 2024 में जिन किसानों की कपास व बाजरे की फसल का नुकसान हुआ था। उन्हें जल्द ही मुआवजा मिलेगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है।-डॉ. देवेंद्र सिंह, उपनिदेशक कृषि विभाग।
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Mahendragarh-Narnaul News: 74.68 लाख रुपये मुआवजे का एक साल से किसान कर रहे इंतजार