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फोटो संख्या:51- विशेषज्ञ व्याख्यान में प्रतिभागियों को संबोधित करते प्रो. बलवीर आचार्य-स्रोत- ह
महेंद्रगढ़। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ में संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत सप्ताह उत्सव का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से संस्कृत विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. ललित कुमार गौड़ उपस्थित रहे। मुख्य संरक्षक कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार एवं संरक्षक सम-कुलपति प्रो. सुषमा यादव ने संस्कृत सप्ताह उद्घाटन के लिए शुभकामनाएं दी।
विवि की मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान पीठ के अधिष्ठाता प्रो. चंचल कुमार शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम के दौरान डॉ. मनीष कुमार, डॉ. छीतरमल मीना, डॉ. नवीन, डॉ. मुकेश उपाध्याय द्वारा अंगवस्त्र, नारियल एवं संस्कृत पुस्तक प्रदान कर आतिथ्य सत्कार किया।
मुख्य वक्ता प्रो. ललित कुमार गौड़ ने संस्कृत भाषा की मौलिकता एवं वैज्ञानिकता पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि मन्त्रद्रष्टा ऋषियों से प्राप्त वेदों के ज्ञान का प्रभाव आज भी हमारी संस्कृति पर दिखाई देता है। विभाग के विद्यार्थियों मुनेश व पायल ने भारतवर्ष पर एक संस्कृत गीत गाया। प्रो. चंचल कुमार शर्मा ने कहा कि संस्कृत साहित्य की चेतना के विकास का गूढ़ ज्ञान प्रदान करती है। चेतना का विज्ञान, भारत की दुनिया को एक अनमोल देन है। इस संदर्भ में उन्होंने विशेष रूप से त्रिपुर रहस्य ग्रंथ का उल्लेख किया, जिसे भगवान शिव द्वारा भगवान विष्णु को सिखाया गया था।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. देवेन्द्र सिंह राजपूत ने संस्कृत सप्ताह में आयोजित होने वाले कार्यों की योजना बताई। इस अवसर पर सुमित शर्मा, डॉ. सुमन रानी, डॉ. कृष्ण कुमार, डॉ. अर्चना कुमारी, सुनीता, बलराम, विजय एवं मनीषा, प्रो. वीरपाल सिंह, प्रो. पायल कंवर चंदेल, डॉ. कमलेश कुमारी, डॉ. राजीव वशिष्ठ सहित विभिन्न विभागों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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Mahendragarh-Narnaul News: संस्कृत भाषा की मौलिकता और वैज्ञानिकता से कराया अवगत