{“_id”:”67684e7ca1b03bc0ed02142e”,”slug”:”good-news-for-the-district-residents-platelets-will-soon-be-available-for-free-narnol-news-c-196-1-nnl1004-119466-2024-12-22″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Mahendragarh-Narnaul News: जिलेवासियों के लिए खुशखबरी, जल्द ही मुफ्त में मिलेगा प्लेटलेट्स”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
फोटो नंबर-01नागरिक अस्पताल के ब्लड बैंक रखी एफरेसिस मशीन। संवाद
नारनौल। डेंगू और चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों के लिख खुशखबरी। अब उन्हें प्लेटलेट्स के लिए जेब ढीली नहीं करनी पड़ेगी। जल्द ही उन्हें नागरिक अस्पताल में प्लेटलेट्स मुफ्त में मिलेगा। इसकी सारी खानापूरी कर ली गई है। सिर्फ लाइसेंस मिलने का इंतजार है।
Trending Videos
जिले के लोगों को अब डेंगू और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारी के कारण तेजी से कम होने वाली प्लेटलेट्स के लिए निजी अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। स्वास्थ्य विभाग की एजेंसी हरियाणा मेडिकल सर्विसेज काॅरपोरेशन लिमिटेड ने पिछले वर्ष एफेरेसिस (रक्त को तीन भागों में बांटने वाली) मशीन भेजी थी। इसका इंस्टॉलेशन से लेकर अन्य जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
मुख्यालय की ओर से 17 दिसंबर को दो सदस्यीय टीम ने मशीन के सेटअप का जायजा लिया था। टीम में सीनियर ड्रग कंट्रोलर और ड्रग कंट्रोलर अधिकारी शामिल थे। अब फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की ओर से लाइसेंस दिया जाना शेष है। मशीन रक्त में से प्लेटलेट्स को अलग करने का काम करेगी। ऐसे में जब भी अस्पताल में डेंगू व चिकनगुनिया का कोई गंभीर मरीज आता है तो उसे रक्त चढ़ाने की बजाय सीधे प्लेटलेट्स ही चढ़ाई जाएगी। जो मरीज को पहले की तुलना में जल्द राहत प्रदान करेगी।
बता दें कि डेंगू और चिकनगुनिया के दौरान निजी अस्पताल के संचालक मोटी कमाई करते हैं। यहां पर मरीज को प्लेटलेट्स का एक पैक करीब 11 हजार रुपये में दिया जाता है। ऐसे में अब नागरिक अस्पताल में यह पैक मरीज को निशुल्क दिया जाएगा।
इंसेट
एक यूनिट रक्त से तीन मरीजों को होगा लाभ
लाइसेंस मिलने के बाद एक यूनिट रक्त से डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों को प्लेटलेट्स, एनीमिया से पीड़ित के लिए रेड ब्लड सेल और गंभीर रूप से या जल जाने वाले मरीज को फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा दिया जा सकेगा। यह भी पूरी तरह मुफ्त होगा
इंसेट
मशीन कैसे करेगी काम
एफेरेसिस मशीन में अलग-अलग ब्लड ग्रुप के रक्त को प्रोसेसिंग के लिए लगाया जाएगा। इसके बाद मशीन स्वत: ही रेड ब्लड सेल, फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा और प्लेटलेट्स को करीब 4 से 5 घंटे में अलग अलग कर देगी। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद लैब टेक्नीशियन इनको ब्लड ग्रुप के हिसाब से स्टोर करता रहेगा।
वर्जन
मशीन को चालू करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। उम्मीद है कि जल्द ही एफडीए से लाइसेंस मिलते ही नए साल में आमजन के लिए मशीन शुरू कर दिया जाएगा।-आशा शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक, नागरिक अस्पताल, नारनौल।
[ad_2]
Mahendragarh-Narnaul News: जिलेवासियों के लिए खुशखबरी, जल्द ही मुफ्त में मिलेगा प्लेटलेट्स