फोटो संख्या:60- वेदप्रकाश, बुचौली–संवाद
महेंद्रगढ़। रेलवे रोड स्थित सरकारी खाद केंद्र पर डीएपी लेने के लिए किसानों की लंबी कतार लगी रही है। सुबह से ही खाद लेने के लिए महिला-पुरुषों की लंबी लाइन लगी रही। वितरण से पूर्व खाद लेने के चक्कर में किसानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। केंद्र कर्मचारियों ने किसानों को लाइनों में लगाकर खाद का वितरण शुरू कर दिया। सुबह से खाद लेने के लिए महिला-पुरुष किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह सात बजे से जैसे ही वितरण शुरू किया तो किसान पहले खाद लेने के चक्कर में आपस में ही भिड़ गए।
सोसाइटी के कर्मचारियों के सहयोग से शांतिपूर्वक खाद का वितरण किया गया। एक आधार कार्ड पर किसान को पहले पांच बैग दिए जा रहे थे जिसकी संख्या घटाकर सोमवार को महज दो कर दी। केंद्र पर 1400 खाद के बैग पहुंचे। किसानों का कहना है कि पिछले तीन साल से खाद को लेकर परेशानी उठानी पड़ रही है। एक किसान को एक आधार कार्ड पर दो बैग दिए जा रहे है, जबकि छह एकड़ में पांच खाद के बैग होना जरूरी है।
हैफेड के प्रबंधक जगराम यादव ने बताया कि सोमवार सुबह सरकारी खाद केंद्र पर 1400 बैग पहुंचे थे। 350 किसान खाद लेने के लिए पहुंचे, जिनमें से एक किसान को दो बैग वितरित किया गया। 350 किसानों को 700 बैग वितरण कर दिया। 700 बैग गोदाम में शेष है। शेष बैग मंगलवार को वितरित किए जाएंगे। किसानों को खाद को लेकर किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।
खरीद केंद्र पर दो कर्मचारी कार्य कर रहे है। एक टोकन काट रहा है जबकि दूसरा खाद के बैग वितरित कर रहा है। किसानों की भीड़ को देखते हुए सरकार ने तीन कर्मचारियों की अतिरिक्त तैनाती करनी चाहिए। ताकि किसानों को खाद के बैग आराम से मिल जाए।
राकेश कुमार, रिवासा
सुबह से लाइन में आकर लगा था। जैसे-तैसे दोपहर तक उसका नंबर आया तो दो बैग का टोकन काटकर दिया। लेकिन अभी तक खाद के बैग नहीं दिया गया है। एक कर्मचारी की बजाय दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए ताकि किसानों की भीड़ न लगे।
वीरेंद्र सिंह, डुलाना
किसानों को एक आधार कार्ड पर दो खाद के बैग वितरित किए जा रहे है। उसने पांच एकड़ में सरसों की बिजाई करनी है। उसको छह से सात खाद के बैग की आवश्यकता है। उसे फिर से तीन से चार बार लाइनों में लग कर बैग लेने पडे़गे।
वेदप्रकाश, बुचौली
उसने आठ एकड़ में सरसों की बिजाई करनी है। उसके लिए पांच से अधिक खाद की आवश्यकता है। उसे सिर्फ दो ही बैग मिलें है। वह सुबह से अपनी परिवार की महिलाओं को भी लाइन में लगी हुई है। ताकि खाद का प्रबंध हो सके।
सतबीर, पालड़ी पनिहारा
Mahendragarh-Narnaul News: खाद के लिए मारामारी, आपस में ही भिड़ गए किसान