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संवाद न्यूज एजेंसी, महेंद्रगढ़/नारनौल
Updated Wed, 14 Aug 2024 02:35 AM IST
फोटो संख्या: 57 महेंद्रगढ़ धरना स्थल पर भैंस के आगे बीन बजाते लोग—संवाद
महेंद्रगढ़। जिला मुख्यालय व सतनाली को उपमंडल का दर्जा देने की मांग को लेकर चल रहे धरने के चौथे दिन लोगों ने भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार के प्रति रोष जताया। मंगलवार को धरने की अध्यक्षता कैप्टन लालसिंह बवानियां ने की। ग्राम पंचायतों व विभिन्न संगठनों के लोगों ने जिला मुख्यालय की मांग को लेकर भैंस के आगे बीन बजाकर रोष जताया। वहीं बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने धरना स्थल पहुंचकर एक दिन वर्क सस्पेंड करने की घोषणा की।
लोगों का कहना है कि महेंद्रगढ़ सबसे पुराना जिला होने के बाद उन्हें अपने जायज हक के लिए सरकार को जगाना पड़ रहा है, जबकि इस मांग को तो सरकार को बिना मांगे ही पूरी कर देनी चाहिए थी। धरने के संयोजक बलवान फौजी ने कहा कि क्षेत्र की जनता इस बात को भली भांति जान चुकी है कि बिना आंदोलन के प्रदेश सरकार इस मांग को पूरा नहीं करेगी। यदि सरकार समय रहते इस पर तुरंत संज्ञान नहीं लिया गया मजबूरन इस आंदोलन की गति को तेज करना पड़ेगा। प्रदेश सरकार की ओर से पांच नए जिले बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इसमें महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय का कहीं जिक्र तक नहीं है। मंच का संचालन समाजसेवी रामनिवास पाटोदा ने किया। इस दौरान 15 अगस्त वीरवार को धरना स्थल पर महापंचायत का आयोजन कर आगामी रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।
ग्राम पंचायतों ने धरना स्थल पर सौंपे प्रस्ताव
जिला मुख्यालय की मांग को लेकर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों के सरपंचों द्वारा लिखित प्रस्ताव संघर्ष समिति को सौंपे गए। लिखित प्रस्ताव के माध्यम से सरपंचों का कहना है कि जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ के लोगों का हक है। विभिन्न गांवों के सरपंचों एवं व उनके प्रतिनिधियों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया।
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Mahendragarh-Narnaul News: धरने के चौथे दिन भैंस के आगे बीन बजाकर जताया रोष