कुरुक्षेत्र। किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई न करें, क्योंकि सरकार द्वारा जिले के सभी खंडों को डार्क जोन घोषित किया गया है। लगातार गिरते भूजल स्तर को रोकने के लिए सरकार ने भूमिगत जल संरक्षण अधिनियम 2009 बनाया गया है। इस कानून के तहत यदि कोई किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई करता है, तो उस किसान से 10 हजार रुपये प्रति एकड़ जुर्माना व धान की रोपाई नष्ट करने का खर्च भी किसान को देना पड़ेगा।
उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि पहली बार दोषी पाए जाने पर अस्थायी तौर पर तथा दूसरी बार दोषी पाए जाने पर स्थायी तौर पर खेतों की बिजली का कनेक्शन काट दिया जाएगा। किसान सही समय पर धान की रोपाई कर गिरते भूजल स्तर को रोक सकते हैं। किसान 15 जून तक धान रोपाई के लिए नर्सरी तैयार कर सकते हैं और 15 जून से 30 जुलाई तक धान की रोपाई कर सकते हैं।
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