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कुरुक्षेत्र। महाभारत की धरती कुरुक्षेत्र की हॉट सीट बनी लाडवा व शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र में अब आमने-सामने की टक्कर होगी। यहां भाजपा अपना कमल खिला पाएगी या फिर कांग्रेस टक्कर देकर आगे निकलेगी या इनेलो खेलेगी बेहतरीन खेल, यह देखना होगा लेकिन दोनों ही प्रमुख पार्टियों द्वारा अपने-अपने चुनावी योद्धा मैदान में उतारे जाने से नए समीकरण बन गए हैं। अभी चुनाव पांच अक्टूबर को होना है, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव योद्धा मैदान में आ रहे हैं वैसे ही समीकरण भी बदलते जा रहे हैं। हालांकि अभी और भी पार्टियों के प्रत्याशी घोषित किए जाने बाकी है, लेकिन चुनावी योद्धा की अधिकतर तस्वीर साफ दिखाई देने लगी है।
लाडवा विस क्षेत्र
इस सीट पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हैं। जहां भाजपा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को यहां चुनाव मैदान में उतारा है, जिसके साथ ही यह सीट हॉट बन गई है वहीं अब कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायक मेवा सिंह पर ही भरोसा जताया है। हालांकि मुख्यमंत्री को यहां से उतारे जाने के चलते भाजपा इस सीट को सुरक्षित मान चुकी है लेकिन अभी चुनौती कम नहीं है। वर्ष 2019 के चुनाव में मोदी लहर-टू के दौरान कांग्रेस के वर्तमान प्रत्याशी मेवा सिंह ने ही भाजपा के डॉ. पवन सैनी को हराया था। जबकि उस समय डॉ. पवन सैनी वर्ष 2014 से भाजपा विधायक थे। ऐसे में जहां भाजपा के समक्ष जहां अपनी खोई हुई जमीन वापस लानी है तो वहीं मुख्यमंत्री की जीत होना भी उनके व पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। भले ही यह क्षेत्र सैनी बाहुल्य है लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी यहां पहली बार मैदान में आए हैं। उधर इनेलो ने भी अपने दिग्गज नेता शेर सिंह बड़शामी को बसपा गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा हुआ है।
शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र
यह क्षेत्र में भी बेहद चर्चा में रहने वाला है। वर्ष 2009 के चुनाव से एससी आरक्षित इस सीट पर भी भाजपा व कांग्रेस की कड़ी चुनौती रहने वाली है। जहां भाजपा के नए चेहरे सुभाष कलसाना की टक्कर वर्तमान विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी रामकरण काला से होगी जबकि अभी अन्य पार्टियों के योद्धा मैदान में आने बाकी है। सुभाष कलसाना का यह पहला चुनाव होगा जबकि यहां रामकरण काला की मजबूत जमीन मानी जा रही है। मोदी लहर टू में उन्होंने ही जजपा प्रत्याशी के तौर पर भाजपा के पूर्व राज्यमंत्री एवं उस समय के विधायक कृष्ण बेदी को हराया था। अब उन्होंने जजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है तो वहीं कांग्रेस ने भी उन पर ही यहां जजपा की तर्ज पर कांग्रेस की जमीन तैयार करने के लिए भरोसा जताया है। यह भी बता दें कि इस क्षेत्र में रिजर्व होने के चलते यह चौथा व अंतिम चुनाव होगा। वर्ष 2029 के चुनाव से पहले परिसीमन होना है, जिसमें यह जनरल में आने की चर्चा की जाने लगी है।
अशोक अरोड़ा व लक्ष्मीकांत शर्मा के बीच अटकी थानेसर की टिकट
कांग्रेस की ओर से शुक्रवार देर रात प्रत्याशियों की घोषणा की गई, जिसमें लाडवा व शाहाबाद के प्रत्याशी ही सामने आए। थानेसर व पिहोवा फिलहाल प्रत्याशी तय नहीं किए जा सके हैं। वहीं थानेसर विधानसभा क्षेत्र की टिकट चर्चा का विषय बनी हुई है। बताया जा रहा है कि पूर्व मंंत्री एवं वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा व एडवोकेट लक्ष्मीकांत शर्मा के बीच टिकट को लेकर टक्कर है। अब पार्टी किसे मैदान में उतारेगी यह समय आने पर पता चल सकेगा।
लाडवा विधानसभा में 195916 मतदाताओं में से 101244 पुरुष और 94672 महिला मतदाता शामिल है।
शाहाबाद विस क्षेत्र में 171070 मतदाताओं में 89313 पुरुष और 81757 महिला मतदाता है
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Kurukshetra News: लाडवा व शाहाबाद में भाजपा के समक्ष कमल खिलाने की चुनौती तो कांग्रेस टक्कर देने को तैयार