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कुरुक्षेत्र। बगथला गांव के खेत में खड़ी धान की फसल। संवाद
कुरुक्षेत्र। मौसम में दिनभर बदलाव का सिलसिला चलता रहा। आसमान में कभी बादल छा गए तो कभी तेज धूप भी खिलने लगी। सुबह के समय आसमान में बादलों के चलते तापमान में कमी देखने को मिली, जिससे न्यूनतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस तक रहा। जबकि दोपहर बाद तेज धूप खिल उठी और पारा भी बढ़कर 34.1 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। हालांकि दिनभर 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ठंडी हवा भी चलती रही, जिससे मौसम में हल्की ठंडक का असर भी बना रहा।
जबकि दोपहर बाद खिली तेज धूप ने उमस भरी गर्मी को फिर से बढ़ाना शुरू कर दिया। उमस भरी गर्मी से राहत पाने का प्रयास लोग करते रहे। उमस भरी गर्मी से बचने के लिए लोगों ने पंखों, कूलरों व एसी का सहारा लिया। हालांकि आसमान में घने बादलों को देख लोग बारिश होने की उम्मीद जताने लगे, लेकिन बारिश न होने से लोग मायूस भी हुए।
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को जिले में हल्की व मध्यम बारिश होने की संभावना बनी हुई है, साथ ही 14 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना भी जताई जा रही हैं। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार बने हुए है। किसान रमेश कुमार के मुताबिक इस बार उम्मीद अनुसार बारिश न होने से बारिश के उत्पादन पर असर पड़ रहा है। बारिश न होने से प्रति एकड़ दो से तीन हजार रुपये खर्च बढ़ गया है। धान की फसल के लिए पानी व बीमारियों से बचाने के लिए दवाइयों का छिड़काव भी किया जा रहा है।
कृषि विशेषज्ञ डॉ. सीबी सिंह का कहना है कि जिले में पिछले साल के मुकाबले 50 प्रतिशत बारिश भी नहीं हुई है, जिससे धान की फसल के लिए लोगों को ट्यूबवेलों का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे किसानों पर अतिरिक्त खर्च भी बढ़ गया है। हल्की बारिश होने से अगेती धान की फसलों को फायदा मिला है, जबकि पछेती लगी धान की फसल का अभी भी विकास सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। अच्छी बारिश होने पर ही धान की फसल को ज्यादा फायदा मिलता है।
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Kurukshetra News: मौसम में दिन भर रहा बदलाव रहा जारी, कभी बादल तो कभी खिली धूप