[ad_1]
कुरुक्षेत्र। जिले में मंगलवार को गणेश चतुर्थी की धूम रही। गणपति महोत्सव के दौरान 10 दिनों तक गणपति बप्पा की आराधना की गई और मंगलवार सुबह से ही विदाई देने का सिलसिला भी शुरू हो गया। शहर के ज्योतिसर स्थित भाखड़ा नहर के तट पर गणपति की मूर्ति विसर्जन के लिए श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे और देर शाम तक गणपति बप्पा की मूर्ति को विसर्जित करने का सिलसिला जारी रहा।
गणपति बप्पा को विदाई देने से पहले शहर में शोभायात्रा निकाली गई। गणपति बप्पा को मोदक का भोग लगाया गया और श्रद्धालुओं में वितरित किया गया। इसके पश्चात ढोल नगाड़ों के साथ गणपति बप्पा की मूर्ति विसर्जन के लिए ज्योतिसर स्थित भाखड़ा नहर के तट पर ले जाया गया। दिनभर श्रद्धालु गणपति बप्पा की जय जयकार करते रहे, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय नजर आया। जबकि गणपति बप्पा की विदाई के समय श्रद्धालुओं का मन भावुक हो उठा और गणपति बप्पा को विसर्जित कर अगले साल फिर जल्दी आने की प्रार्थना करते नजर आए, वहीं ज्योतिसर स्थित भाखड़ा नहर पर किसी भी तरह की अनहोनी न हो, इसके लिए जहां पुलिस के कर्मचारी तैनात रहे तो वहीं गोताखोर प्रगट सिंह की टीम भी मौजूद रही, जो कि श्रद्धालुओं को गणपति बप्पा के विसर्जन में सहयोग करती नजर आई।
भंडारों में श्रद्धालुओं ने किया प्रसाद ग्रहण
शहर में घरों से लेकर पंडालों में गणपति महोत्सव का आयोजन किया गया था, जिसको लेकर पिछले कई दिनों से हर रोज जहां आरती आयोजित की जा रही थी तो वहीं भजना संध्या का आयोजन भी किया जा रहा था। हालांकि शहर के कटरान गली में आयोजित महोत्सव में तो पंजाब के कलाकार भी प्रस्तुति देने पहुंचे थे। वहीं गणेश चतुर्थी पर मंगलवार को शहर में कई जगहों पर भंडारों का आयोजन भी किया गया था, जिसमें हिस्सा लेकर श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

[ad_2]
Kurukshetra News: ढोल नगाड़ों के साथ गणपति बप्पा को दी विदाई