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कुरुक्षेत्र। बच्चों को एल्बेंडाजॉल की दवाई खिलाती चिकित्सक। विज्ञप्ति
कुरुक्षेत्र। जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के दौरान तीन लाख 10 हजार 660 बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा देकर राज्य में प्रथम स्थान पर रहा है। इस जिले में 94 प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाई गई। जिले में तीन लाख 30 हजार 320 बच्चों को दवाई देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। सिविल सर्जन डाॅ. सुखबीर सिंह ने प्रोग्राम की इंचार्ज डिप्टी सीएमओ डाॅ. करुणा और उनकी टीम के सदस्यों से कहा कि लक्ष्य को पूरा करने के लिए टीम की तरफ से भरसक प्रयास किए गए हैं। अभियान के तहत जिले के तीन लाख 30 हजार 320 बच्चों में से तीन लाख 10 हजार 660 बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर कृमि मुक्त किया जा चुका है।
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प्रोग्राम के तहत एक से 19 वर्ष के सभी सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों को एवं 20 से 24 वर्ष आयु की सभी महिला जोकि गर्भवती न हो तथा स्तनपान न करवा रही हो, को स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली नि:शुल्क खिलाई गई तथा जो बच्चे किसी कारणवश छूट गए हैं उनको आगामी 18 फरवरी को मॉप अप राउंड के दौरान एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। यह गोली पूर्णतया सुरक्षित व प्रभावशाली है। एक से दो वर्ष के बच्चों को आधी गोली (पीसकर), दो से तीन वर्ष के बच्चों को पूरी गोली (पीसकर), तीन से 19 वर्ष के बच्चों एवं 20 से 24 वर्ष की महिलाओं को पूरी गोली चबाकर खानी है।
दस्त, जी मिचलाना, उल्टी, हल्का पेट दर्द, कमजोरी है मुख्य लक्षण
जिला सिविल सर्जन ने कहा कि बच्चों में खून की कमी का एक मुख्य कारण पेट के कीड़े होते हैं, जिस कारण बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में कमी आ जाती है। गंभीर कृमि संक्रमण से कई लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि दस्त, जी मिचलाना, उल्टी, हल्का पेट दर्द, कमजोरी, वजन कम होना, रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना और पढ़ाई में ध्यान न लगना। यह एल्बेंडाजोल की गोली बिल्कुल सुरक्षित है, इसको खाने से अनेक फायदे होते हैं, जैसे कि एनीमिया में नियंत्रण, स्वास्थ्य और पोषण में सुधार, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि, समुदाय में कृमि संक्रमण की व्यापकता में कमी शामिल है।
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Kurukshetra News: जिले में तीन लाख 10 हजार 660 बच्चों को खिलाई जा चुकी कृमिनाशक दवा, राज्य में प्रथम