कुरुक्षेत्र। मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास के मूल मंत्रों पर चलते हुए सेक्टर-आठ के अर्णव जिंदल ने जेईई-मेंस परीक्षा में 99.9 पर्सेंटाइल हासिल कर चंडीगढ़ क्षेत्र में टॉप कर दिखाया है। यह उपलब्धि सिर्फ एक परीक्षा में सफलता नहीं, बल्कि अर्णव के तीन वर्षों की निरंतर मेहनत और दृढ़ निश्चय का परिणाम है। अर्णव ने खास बातचीत में बताया कि उनका सपना देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों आईआईटी मुंबई या दिल्ली में पढ़ाई करना है। इसी लक्ष्य को पाने के लिए वह पिछले तीन वर्षों से कठिन परिश्रम कर रहा है।
Trending Videos
डीएवी स्कूल मोहाली में पढ़ाई और एक निजी कोचिंग संस्थान से मार्गदर्शन प्राप्त कर रहा है। अर्णव ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने बताया कि चौथी तक की पढ़ाई डीएवी स्कूल सेक्टर-तीन कुरुक्षेत्र से की। इसके बाद वह गुरुकुल कुरुक्षेत्र में छठी कक्षा तक पढ़ा, जिसके बाद 10वीं तक की शिक्षा अग्रसेन पब्लिक स्कूल से प्राप्त की, जहां उनकी माता अध्यापक हैं।
अर्णव ने बताया कि वह इस परीक्षा की तैयारी पिछले तीन साल से कर रहा था। अभी जेईई-मेंस क्लियर हुआ है और अब अगला लक्ष्य जेईई-एडवांस में बेहतरीन रैंक हासिल करना है ताकि अपने सपनों की उड़ान को साकार कर सकूं। इंजीनियर बनने का सपना बचपन से है। उन्होंने बताया कि वह फ्री समय में बाॅस्केटबॉल और संगीत सुनते थे। अर्णव की माता रीतू अग्रवाल अग्रसेन पब्लिक स्कूल में विज्ञान की अध्यापिका हैं, जबकि उनके पिता दीपक जिंदल एक व्यवसायी हैं। उनकी बहन वर्तमान में शिमला में डॉक्टर बनने की पढ़ाई कर रही हैं। इस सफलता के साथ अर्णव ने यह साबित कर दिया कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती।
अर्णव की मेहनत और अनुशासन ने किया प्रेरित
अर्णव की माता रीतू अग्रवाल का कहना है कि अर्णव की मेहनत और अनुशासन ने हमें हमेशा प्रेरित किया है। उसकी यह उपलब्धि पूरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने बताया कि अर्णव अपने सपने को पूरा करने के लिए बचपन से ही लग्नशील होकर पढ़ाई कर रहा है। वह बच्चे की इस उपलब्धि पर बेहद खुश हैं।
[ad_2]
Kurukshetra News: अर्णव जिंदल ने जेईई-मेंस में किया चंडीगढ़ टॉप, हासिल किए 99.9 पर्सेंटाइल