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कुरुक्षेत्र। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा गया है, जो कि स्वरोजगार शुरू कर कामयाबी भी हासिल कर रही हैं। इससे जहां महिलाएं स्वयं के सपनों को पूरा कर पा रही हैं तो वहीं अपने बच्चों का पालन पोषण भी बेहतर तरीके कर रही हैं।
महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जुड़ने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र में किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर कामयाबी हासिल करने के गुर सिखाए गए। साथ ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण क्षेत्रों में कामयाबी हासिल कर चुकी महिलाओं से भी रूबरू कराया गया। कार्यक्रम में जहां महिलाओं को समूहों से जुड़ने के फायदे बताए गए तो वहीं स्वरोजगार शुरू करने से लेकर कामयाबी हासिल करने तक की सभी जानकारियां भी दी गईं।

स्वरोजगार कर रही समूह सखी नीलम रानी का कहना है कि स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं 100 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक की महीने में बचत कर सकती हैं। स्वरोजगार करने से जहां महिलाएं आत्मनिर्भर होती हैं तो वहीं उन्हें सम्मान भी मिलता है साथ ही महिलाएं अपने परिवार का पालन पोषण बेहतर ढंग से कर सकती हैं।
आत्मनिर्भर होने से मिलता है सम्मान : गौरव कुमार
खंड कार्यक्रम अधिकारी गौरव कुमार ने बताया कि देश के विकास के लिए महिलाओं का भारतीय इकोनॉमी से जुड़ना जरूरी है। महिलाएं स्वरोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर होंगी, तभी देश का विकास होगा। महिलाओं के आत्मनिर्भर होने से जहां वे अपने परिवार की देखरेख कर सकती हैं तो वहीं समाज में भी उनकी अलग पहचान होती है। महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जुड़ने के लिए जागरूक किया गया, ताकि वे स्वरोजगार शुरु कर कामयाबी हासिल कर सके।
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Kurukshetra News: स्वरोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर बनने के लिए महिलाओं को दिए गुर