कुरुक्षेत्र। लोकसभा चुनाव के दो माह 20 दिन बाद फिर विधानसभा के लिए सियासी बिगुल बज गया है, जिसके लिए धर्मनगरी तैयार है। चुनाव की घोषणा होते ही टिकट के दावेदारों में बेचैनी बढ़ गई है तो वहीं चारों ओर चुनावी चर्चा का माहौल बन गया है। अभी किसी भी राजनीतिक दल की ओर से किसी प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया गया है, लेकिन जिले की चारों विधानसभा सीटों पर इस बार मुकाबला रोचक होने के आसार हैं।
धर्मनगरी की इस धरा पर अब सियासी महाभारत के लिए हर कोई तैयार है। भले ही चुनाव प्रदेश की सभी 90 सीटों पर होना है, लेकिन चुनावी समर के लिए महाभारत की धरा केंद्र बन चुकी है। इसके लिए सबसे बड़ी पहल सत्तासीन भाजपा कर चुकी है। पार्टी की ओर से गत चार अगस्त को इसी धरा से अनाजमंडी में विजय शंखनाद रैली का आगाज किया था। वहीं अभी तक कांग्रेस भी लगातार जिले में कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा थानेसर, शाहाबाद, पिहोवा में अपनी पदयात्रा कर चुके हैं तो वहीं लाडवा में इस आयोजन की तैयारियां जोरों से की जा रही हैं। इससे पहले पिपली रोड स्थित निजी पैलेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा व पार्टी प्रदेशाध्यक्ष उदयभान भी सम्मेलन में कार्यकर्ताओं में जोश भर चुके हैं। लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस से गठबंधन तोड़ अलग राह पकड़ चुकी आम आदमी पार्टी भी विधानसभा चुनाव के लिए सियासी जमीन तैयार करने में जुटी है। चार अगस्त को ही में पिहोवा में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कार्यकर्ताओं को विस चुनाव के लिए कड़ी मेहनत करने का मंत्र दे चुके हैं। इससे पहले शाहाबाद में भी पार्टी की ओर से बड़ा आयोजन कर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का प्रयास किया गया था। उधर, इनेलो कार्यकर्ता भी लगातार सक्रिय हैं और 23 अगस्त को पिपली अनाजमंडी में होने वाली रैली में पार्टी नेता अभय चौटाला कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे।
लाडवा व शाहाबाद में बनेंगे खास समीकरण तो थानेसर व पिहोवा पर भी टिकी निगाहें
जिले के चारों क्षेत्रों में कड़ा चुनावी संघर्ष होने वाला है लेकिन सबसे खास समीकरण लाडवा व शाहाबाद में बनने वाले हैं। वर्तमान में लाडवा में कांग्रेस विधायक हैं तो शाहाबाद सीट फिलहाल जजपा के खाते में है। यहां के विधायक रामकरण काला भी कांग्रेस में सक्रिय हो चुके हैं। लाडवा में मेवा सिंह वर्तमान विधायक हैं, जो इस चुनाव के लिए भी सक्रियता दिखा रहे हैं। वहीं सत्तासीन भाजपा के पास थानेसर व पिहोवा क्षेत्र है। थानेसर में राज्यमंत्री सुभाष सुधा विधायक हैं, जो इस बार भी यहीं से चुनाव मैदान में उतरने का एलान कर चुके हैं तो वहीं कांग्रेस से पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा को ही उम्मीदवार माना जा रहा है। इसी बीच वरिष्ठ भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी भी विभिन्न अभियान के तहत अपनी चुनावी जमीन लंबे समय से तैयार करने में जुटे हैं। ऐसे में फिलहाल रोचक स्थिति बनी है। वहीं पिहोवा से पूर्व राज्यमंत्री संदीप सिंह विधायक हैं, जो महिला कोच मामले को लेकर लंबे समय से चर्चाओं में हैं।
अब तक ये है विस अनुसार मतदाता, 29 को जारी होगी फाइनल सूची
विस क्षेत्र
थानेसर
लाडवा
पिहोवा
शाहाबाद
चारों विस में मतदान केंद्र
लाडवा
शाहाबाद
थानेसर
पिहोवा
Kurukshetra News: सियासी बिगुल संग बढ़ी दावेदारों की बेचैनी, विस की सीटों पर रोचक मुकाबले के आसार