कुरुक्षेत्र। जिला जेल में एक बंदी ने देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में ग्रिल के साथ परने (गमछा) से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की शिनाख्त अजय उर्फ ढकली (33) निवासी वार्ड-10 लाडवा के रूप में हुई। गत सप्ताह दो अगस्त को लाडवा पुलिस ने अजय को साढ़े आठ ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था। पिता के बयान पर पुलिस ने इत्तेफाकिया रपट दर्ज की है।
पुलिस के मुताबिक, अजय जिला जेल में सुरक्षा सेल की ब्लॉक-18 में बंद था। इस ब्लॉक में अजय के साथ उसका भाई प्रवीन और अन्य चार-पांच लोग और बंद थे। सोमवार की रात को खाना खाने के बाद करीब 12 बजे तक अजय अपने भाई और उसके साथ बंद लोगों से बातचीत करता रहा। उनके सोने के बाद उसने करीब साढ़े 12 बजे ब्लॉक में ग्रिल के साथ परने से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कुछ देर बाद गश्त करने आए कर्मी ने बंदी को लटके देखा तो उसने मामले की सूचना जिला जेल अधीक्षक समेत अन्य अधिकारियों को दी। जिला जेल से सूचना पाकर सेक्टर-सात चौकी पुलिस मौके पर पहुंची तथा स्थिति का जायजा लिया। मौके पर जिला जेल के चिकित्सक ने अजय की जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया था। सुबह न्यायाधीश ने भी घटनास्थल का दौरा किया और उनकी देखरेख में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। जिला जेल अधीक्षक सोमनाथ जगत ने बताया कि यह घटना रात 12 बजे के बाद हुई है। आरोपी अजय चार अगस्त को जिला जेल में आया था। यहां वह सुरक्षा सेल के ब्लॉक-18 में अपने भाई व अन्य के साथ बंद था। पुलिस और जांच करने पहुंचे न्यायाधीश ने अजय के साथ बंद उसके भाई व अन्य के बयान दर्ज किए हैं।
तीन चिकित्सकों ने किया पोस्टमार्टम, वीडियोग्राफी भी कराई गई
अजय के शव का पोस्टमार्टम तीन चिकित्सकों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच किया। चिकित्सकों की टीम ने विसरा केमिकल जांच के लिए भेजा है। साथ ही फंदा लगाने में इस्तेमाल परने को सील किया गया है। उधर, थाना शहर थानेसर के अंतर्गत सेक्टर-सात चौकी के प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि पुलिस ने अजय के पिता जयपाल के बयान पर इत्तेफाकिया रपट दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया है।
Kurukshetra News: जेल में बंदी ने संदिग्ध परिस्थितियों में गमछे से फंदा लगाकर दी जान