[ad_1]
कुरुक्षेत्र। जिले भर में चल रहा लिपिकों का धरना पांचवें दिन शुक्रवार को समाप्त हुआ, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिली। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू हो गई। इसके पश्चात लिपिकों ने हड़ताल को समाप्त करने का एलान किया। वेतन बढ़ोतरी सहित कई मांगों को लेकर लिपिक पांच दिनों से लघु सचिवालय के बाहर धरना देकर रोष जता रहे थे। हड़ताल से नगर परिषद से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक के डाक के अलावा कई अन्य काम प्रभावित हो रहे थे।
हड़ताल से अब तक 1100 के करीब लाइसेंस व 950 के करीब वाहन पंजीकरण अटके हुए है। विभिन्न मांगों को लेकर लिपिक जहां पिछले कई महीनों से संघर्ष कर रहे हैं तो वहीं गत बीते वर्ष भी 42 दिनों तक हड़ताल पर रहकर रोष जता चुके हैं। प्रदेश सरकार की ओर से आश्वासन मिलने पर बीते वर्ष हड़ताल समाप्ति की घोषणा की थी, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू होते ही लिपिकों ने हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की।
आचार संहिता के चलते धरना हुआ समाप्त : मंजू रानी
जिला प्रधान मंजू रानी ने बताया कि राज्य कार्यकारिणी के आह्वान वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर जिलेभर के लिपिक पिछले पांच दिन से हड़ताल पर थे। कल लिपिकों ने धरना स्थल पर ही स्वतंत्रता दिवस मनाया और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अब प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई है, जिससे आचार संहिता लग गई है। अब हड़ताल को समाप्त किया गया है। सभी लिपिक काम पर लौटेंगे।
[ad_2]
Kurukshetra News: जिले में पांच दिनों से चल रहा लिपिकों का धरना हुआ समाप्त, लोगों को मिली राहत