कुरुक्षेत्र। एलएनजेपी नागरिक अस्पताल के कैदी वार्ड से फरार हुए आरोपी हैप्पी का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। आरोपी की धरपकड़ के लिए सीआईए की कई टीमें लगी हुई हैं। वहीं पुलिस ने मामले में आरोपी वार्ड के तत्कालीन प्रभारी उप निरीक्षक सुभाष को गिरफ्तार किया है।
उधर, मामले में चिकित्सक का नाम सामने से आने के बाद से अस्पताल प्रशासन भी हरकत में है। बताया जा रहा है कि वार्ड में कैदी को ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक, बीमारी से संबंधित विशेषज्ञ चिकित्सक और एसएमओ की एक राय होने पर दाखिल करने का नियम है। आरोप है कि चिकित्सक और अस्पताल प्रशासन की ओर से इस नियम में लापरवाही बरती गई है।
आरोपी हैप्पी निवासी गीता कॉलोनी शाहाबाद वार्ड में करीब 25 दिन तक इलाज के बहाने दाखिल रहा। सूत्रों के मुताबिक उसे गत माह 10 जुलाई को जिला जेल से डायरिया के इलाज के लिए दाखिल कराया गया था। इसके बाद चार अगस्त की रात को टॉयलेट करने के बहाने फरार हो गया था। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर आरोपी को 25 दिन तक किस आधार पर वार्ड में रखा गया, जबकि विशेषज्ञ के मुताबिक वायरल और बैक्टीरियल डायरिया दो-तीन दिन में ठीक हो जाता है। इसमें भी अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरों में है।
अस्पताल में किया गया नियम का पालन : डॉ. अनुपमा
अस्पताल की प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुपमा ने बताया कि कैदी को दाखिल करने के नियम में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। नियमानुसार कैदी को दाखिल किया गया है। अगर मामले में किसी चिकित्सक या स्टाफ की लापरवाही और भागीदारी सामने आएगी तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है।
आरोपी उपनिरीक्षक को भेजा जेल : निर्मल सिंह
थाना केयूके प्रभारी निर्मल सिंह ने बताया कि इस मामले में प्रवीण कुमार की निशानदेही पर एक पुलिसकर्मी सुभाष को गिरफ्तार किया गया है। वीरवार को कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी उपनिरीक्षक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले की जांच डीएसपी मुख्यालय कर रहे हैं।
Kurukshetra News: अस्पताल से कैदी फरार होने में आरोपी उपनिरीक्षक गिरफ्तार