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कुरुक्षेत्र। नगर परिषद द्वारा कॉलोनी में छोड़ी गई गाय। संवाद
– फोटो : संवाद
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कुरुक्षेत्र की न्यू कॉलोनी में 15 दिन पहले बुजुर्ग महिला को पटक-पटक कर मार देने वाली गाय का मालिक कौन है, नगर पालिका के अधिकारी आज तक भी यह पता नहीं लगा पाए हैं। मृतक महिला के परिजनों का गुस्सा झेलना पड़ा तो अधिकारियों ने इस बेजुबान को ही मालिक का पता तलाश करने के लिए फिर से कॉलोनी में छोड़ दिया। गाय अपने असल मालिक का पता तो नहीं बता सकी, लेकिन उसे कालोनी में छोड़े जाने से चार घंटे तक कौतूहल जरूर बना रहा। गाय जैसे ही कॉलोनी में लाई गई तो लोगों में फिर दहशत दिखाई दी। किसी ने अपना दरवाजा बंद कर लिया तो कोई गली से गुजरती गाय को खिड़की व छत से ही निहारता रहा। अब गाय के असल मालिक का पता कैसे लगाया जाए, यह नप अधिकारी समझ नहीं पा रहे हैं।
गत 27 जुलाई को न्यू कॉलोनी पटेल नगर में करीब 65 वर्षीय गुरदीप कौर को गाय ने पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना से जहां परिवार में मातम पसर गया था वहीं पूरे शहर भर के लोगों में सड़कों पर घूम रहे गोवंश को लेकर गहरा गुस्सा भी दिखाई दिया था। हालांकि इस घटना से सबक लेते हुए राज्यमंत्री सुभाष सुधा व नगर परिषद प्रशासन ने शहर की सड़कों को अगले 10 से 15 दिन तक पशु मुक्त बना दिए जाने का भरोसा भी दिया था। इसके लिए नप की ओर से वाह फाउंडेशन को जिम्मा भी सौंपा तो कुछ असर भी दिखाई पड़ने लगा है।
कागजी प्रक्रिया पूरी कर गोशाला से निकाली गाय
बुजुर्ग महिला को मारे जाने के बाद गाय को नप द्वारा उसी दिन गांव बारना स्थित कान्हा गोशाला में छोड़ दिया था, जहां उसे पशु चिकित्सकों की निगरानी में कई दिन रखा गया। गत दिवस जब नप के अधिकारी मृतक महिला के परिजनों के पास गए तो उन्हें खरी खोटी सुनाई और कहा कि आज तक गाय के मालिक का पता तक नहीं लगाया जा सका। ऐसे में नप प्रशासन ने आज अगले ही दिन शुक्रवार को कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए गोशाला से एक दिन के लिए उक्त गाय बाहर निकाली, जिसे दोपहर एक बजे ट्रैक्टर-ट्राली के जरिए उक्त कॉलोनी तक लाया गया और पांच बजे तक उसे रस्सा बांध कर छोड़े रखा।
कड़ी निगरानी करते रहे लठधारी नप कर्मी
गाय को घटनास्थल के समीप ही न्यू कॉलोनी में छोड़ा गया, जहां से वह साथ लगते शास्त्री नगर में पहुंची। शाम साढ़े पांच बजे तक भी वह कभी खाली प्लाट तो कभी गलियों में घूमती रही, लेकिन असल मालिक तक नहीं पहुंची। संभावना जताई जाती रही इसी क्षेत्र में स्थित डेयरी में यह गाय जा सकती है। उधर गाय दोबारा कोई घटना न दोहरा दें, ऐसे में उसके आसपास लठों से लैसे नप के आधा दर्जन कर्मी तैनात रहे। वहीं इस दौरान लोग यही कहते रहे कि गाय किसी डेयरी से संबंधित है।
नप अधिकारियों का तर्क बना चर्चा का विषय
गाय को फिर कॉलोनी में छोड़े जाने के पीछे बताया गया कि यह जिस भी डेयरी व घर पर जाएगी, वही उसका मालिक होगा और उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा। लोग नप अधिकारियों के इस तर्क को लेकर हैरान भी रहे। उनका कहना था कि पशु किसी के भी घर व बाड़े में घुस सकता है। ऐसे में कैसे माना जा सकता है कि वही असल मालिक है। नप को कैमरे आदि के जरिए इस घटना की तह तक जाना चाहिए।
लोगों की मांग पर छोड़ी गई थी गाय : ईओ
नप ईओ अभय यादव का कहना है कि मृतक महिला के परिजनों व अन्य लोगों की मांग पर ही गाय को दोबारा छोड़ा गया था, ताकि उसके मालिक का पता लगाया जा सके लेकिन यह पता नहीं लगाया जा सका। गाय को वापस गोशाला में छोड़ दिया गया है।
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Kurukshetra: बेजुबान गाय नहीं बता पाई मेरा मालिक कौन, चार घंटे बना रहा कौतूहल; 15 दिन पहले बुजुर्ग को मारा था