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सुखदेव चौहान
करनाल। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत इस सत्र में 7934 लोगों को पक्का मकान बनाने के लिए ग्रांट दी जाएगी। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण की ओर से इनमें से 6594 लोगों को पहली किस्त जारी की जा चुकी है। बकाया 1340 लोगों को स्थलीय सत्यापन के उपरांत लाभ दिया जाएगा। इसके लिए खंड स्तर की टीम की ओर से सत्यापन शुरू हो गया है।
परियोजना अधिकारी अमिता अरोड़ा ने बताया कि जिन लोगों को पहली किस्त जारी हुई है उनमें से 171 लाभार्थियों ने मकान लेंटर लेवल तक पूरा कर लिया है इसलिए उनको दूसरी किस्त जारी की जा चुकी है। मकान पूरा करने के उपरांत तीसरी किस्त जारी की जाएगी। अब इस योजना के तहत मकान बनाते समय व्यक्ति के खुद दिहाड़ी करने पर उसे 25 हजार रुपये मनरेगा जॉब कार्ड के माध्यम से 90 दिन की दिहाड़ी के रूप में दिए जाते हैं।
मकान में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के मापदंड अनुसार दो जालीनुमा गड्ढों वाला शौचालय बनाने उपरांत 12 हजार रुपये का अतिरिक्त लाभ दिया जाता है। योजना के जिला समन्वयक जोगिंद्र सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से निर्धारित तीन किस्तों में लाभार्थी को अपना मकान पक्का बनाने के लिए सरकारी सहायता दी जाती है। इसमें पहली किस्त मिलने के बाद लाभार्थी अपना कार्य शुरू करता है और विंडो लेवल पर आने के बाद दूसरी किस्त के लिए आवेदन करता है। इसी प्रकार मकान पूर्ण होने के उपरांत तीसरी किस्त जारी की जाती है।
लाभ देने की प्रक्रिया ः प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बीपीएल परिवारों जिनका कच्चा मकान है, उन्हें ग्राम पंचायत के प्रस्ताव, ग्राम सभा में पास होने व ग्राम सचिव के भौतिक सत्यापन उपरांत योजना की श्रेणी में शामिल किया जाता है। पक्का मकान बनाने के लिए लाभार्थियों को पहली किस्त 45 हजार रुपये दी जाती है, इसमें लेंटर स्तर तक मकान पूरा करना होता है। दूसरी किस्त 55 हजार मकान का पूरा ढांचा तैयार करने के उपरांत दी जाती है। तीसरी किस्त 27 हजार मकान पूरा करने के उपरांत दी जाती है। उसी के साथ 25 हजार रुपये मनरेगा से व 12 हजार रुपए शौचालय के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की ओर से दिए जाते हैं। संवाद
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Karnal News: 7934 लोगों का पक्का मकान मिलने का सपना होगा पूरा