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– निपुण हरियाणा मिशन के तहत 50 स्कूलों की होगी रैंडम जांच
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। निपुण कार्यक्रम के तहत प्राथमिक स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता, अध्यापक की कार्यशैली, बच्चों का बौद्धिक स्तर और स्कूल की व्यवस्था आदि की अब जांच होगी। इसके लिए शिक्षा निदेशालय की ओर से विशेष टीम बनाई गई है। करनाल में रैंडम तरीके से 50 स्कूलों की जांच होगी। अगले तीन दिनों में स्कूलों में टीमें दस्तक देंगी। इसके बाद रिपोर्ट बनाते हुए शिक्षा स्तर का आकलन किया जाएगा।
निपुण हरियाणा कार्यक्रम के जिला समन्वयक विपिन कुमार ने बताया कि एंड लाइन सर्वे मूल्यांकन को लेकर विशेष योजना बनाई गई है। इधर, निपुण मिशन के तहत करनाल के लघु सचिवालय में एडीसी अखिल पिलानी ने भी जिला स्टिरिंग समिति की बैठक ली। एडीसी ने निपुण मिशन के तहत चल रही गतिविधियों के बारे में विस्तृत खंडवार जानकारी ली। पिछली बैठक में साझा किए गए बिंदुओं पर चर्चा की और मेंटर्स द्वारा किए गए स्कूल विजिट और कक्षा अवलोकन की समीक्षा की चर्चा की गई।
जिला एफएलएन समन्वयक विपिन कुमार ने जिले में निपुण मिशन के तहत चल रही गतिविधियों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि जिले में 22 बीआरपी एवं 82 एबीआरसी तथा ब्लॉक स्तरीय एवं जिला स्तरीय टीम की ओर से जिले के 484 स्कूलों में निपुण के तहत मॉनिटरिंग का कार्य किया जा रहा है। निपुण हरियाणा मैटर एप एवं एफएलएन मॉनिटरिंग एप में बहुस्तरीय रूप में विद्यार्थी, अभिभावक, अध्यापक, मेंटर, जिला स्तरीय अधिकारी व राज्य स्तरीय अधिकारी प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इस एप के माध्यम से डाटा बेस आकलन किया जा रहा है। निपुण भारत मिशन सात प्रमुख कार्यधाराओं पर कार्य कर रहा है जिसमें निदान और लक्ष्य निर्धारण, एफएलएन उद्देश्यों के लक्ष्यों की उपलब्धियां, सभी स्कूलों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षण एवं सीखने की सामग्री उपलब्ध कराना, शिक्षक और शिक्षक प्रशिक्षकों की क्षमता निर्माण, छात्र मूल्यांकन एफएलएन मिशन के लिए जागरूकता योजना, निपुण के लिए प्रबंधन सूचना प्रणाली आदि शामिल हैं।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी सुदेश ठुकराल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक, डाइट इंचार्ज सुनीता और सभी खंडों के बीईओ, बीआरसी, एपीसी, बीआरपी मौजूद रहे।
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Karnal News: स्कूलों का होगा सर्वे, जांचेंगे शिक्षा की गुणवत्ता