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– एक के बाद एक लोगों को निशाना बनाकर मांग रहे रंगदारी, पुलिस बेबस
राकेश चौहान
करनाल। विदेश में बैठे बदमाश पुलिस को खुली चुनौती देते हुए एक के बाद एक लोगों को निशाना बनाकर रंगदारी मांग रहे हैं और नहीं देने पर उन पर गोलियां चलवा रहे हैं। बुधवार शाम को श्री रामचंद्र मेमोरियल अस्पताल के बाहर हुई हवाई फायरिंग से यह साफ हो चुका है कि बदमाशों को खाकी का कोई डर नहीं है।
बदमाश इतने बेखौफ हो चुके हैं कि वह पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में भी वारदात को अंजाम दे रहे हैं। जिस समय बाइक सवार बदमाश ने अस्पताल के बाहर हवाई फायर किया था, उस समय कुछ दूरी पर दो पुलिसकर्मी गश्त कर रहे थे। जिन्हें एसपी की ओर से डॉ. कमल चराया की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। इन दोनों पुलिसकर्मियों के सामने से ही ये बदमाश फरार हो गए। इससे साफ है कि पुलिस बदमाशों के सामने बेबस नजर आ रही है। – संवाद
शूटरों को करते हैं हायर
विदेश में बैठे बदमाश 10 से 50 हजार रुपये तक में शूटरों को हायर करते हैं और फिर वारदात को अंजाम दिलाते हैं। विदेश में डॉलरों में रुपये कमाने के कारण उनके लिए 10 से 50 हजार रुपये खर्च करना आसान है। ये बदमाश जेल से जमानत पर आए आरोपियों से फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क करते हैं और फिर रुपये का लालच देकर वारदात कराते हैं।
सांभली गांव का रहने वाला है भानू राणा
गोली चलाने की जिम्मेदारी लेने वाला भानू राणा करनाल के सांभली गांव का रहने वाला है। जो करीब तीन साल से अमेरिका गया हुआ है। वह डॉन्की के जरिये अमेरिका गया था। उसने अपनी फेसबुक पर भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम लिखा है। कई वारदात में उसका नाम आ चुका है। इसकी उम्र करीब 25 वर्ष है। यह अविवाहित है और घर में इकलौता है।
अब तक हुई रंगदारी की मुख्य वारदात
एक करोड़ मांगे, न देने पर मारी थी गोली
कालरम गांव निवासी सुमित से विदेश में बैठे बदमाश दिलेर कोटिया के नाम से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी न देने पर 30 अप्रैल को उस पर गोलियां चलवाई गईं। जिसमें तीन गोली उसे गली थी। फिलहाल उसकी तबीयत ठीक है। इस मामले में शूटर गिरफ्तार हो गए थे लेकिन रंगदारी मांगने वाला काबू नहीं हुआ।
दो इमिग्रेशन सेंटर के बाहर चलाई थी गोलियां
पांच जून को कर्ण कैनाल स्थित विदेश भेजने वाले दो सेंटरों के बाहर बदमाशों ने गोलियां चलाई थी। इस मामले में भी एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। मामले में भी शूटर पकड़े गए थे लेकिन रंगदारी किसने मांगी थी। इस बात का पुलिस ने खुलासा नहीं किया था।
रंजिश के चलते चलवाई थी गोलियां
औगंध गांव में किराने के दुकान संचालक राजेश पर गोलियां चलाई थी। इस मामले में विदेश में बैठे कर्ण मोहड़ी का नाम सामने आया था। जिसमें उसने खुद कबूला था कि यह वारदात उसी ने कराई है। हालांकि मामले में पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है लेकिन मुख्य आरोपी कर्ण मोहड़ी फरार है। जो ऑस्ट्रेलिया में है।
साले की कराई थी हत्या
गांव कुटेल में दो जुलाई को विदेश में बैठे जीजा राजेश ने अपने ही साले एएसआई संजीव की हत्या कराई थी। इस मामले में गोली चलाने वाले आरोपी तो गिरफ्तार हो चुके हैं लेकिन विदेश में बैठा जीजा नहीं पकड़ा जा सका है। संवाद
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Karnal News: विदेश में बैठकर बदमाशों की पुलिस को खुली चुनौती