[ad_1]

– अपने काम के लिए लोग धक्के खाने को मजबूर

संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। अपनी 35400 मासिक वेतन की मांग को लेकर प्रदेशभर के लिपिक हड़ताल पर है। लिपिकों की हड़ताल के चलते तहसील परिसर में लोगों के काम-काज नहीं हो पा रहे है। अपने काम के लिए लोग धक्के खाने को मजबूर है।
लिपिकों की तीन दिन की सांकेतिक हड़ताल बुधवार को समाप्त हो गई। कर्मचारियों का कहना है कि यदि सरकार उनकी एकमात्र मांग को पूरा नहीं करती तो राज्य कमेटी के आह्वान पर यह हड़ताल अनिश्चितकालीन होगी। बुधवार को हड़ताल के कारण जिला तहसील में रजिस्ट्री, आरसी-डीएल और प्रमाणपत्र बनाने संबंधित कई कार्य नहीं हो पाए। ऐसे में लोगों को वापस लौटना पड़ा। हड़ताल के कारण विभिन्न कार्यों से सरकार का करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान हुआ। इस मौके पर उपप्रधान प्रदीप शर्मा, जिला खजांची अक्षय पाल, अशोक कुमार, तेज प्रकाश व परमजीत सिंह मौजूद रहे।
[ad_2]
Karnal News: लिपिकों की हड़ताल से तहसील में काम-काज ठप