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– सरल, ई-दिशा केंद्र व तहसील परिसर में पसरा रहा सन्नाटा, भटके लोग
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। मासिक वेतन बढ़ाने की मांग के लिए क्लर्क एसोसिएशन वेलफेयर समिति की ओर से मंगलवार को भी धरना दिया गया। हड़ताल के चलते लघु सचिवालय में कामकाज ठप हो गए। दिनभर सरल केंद्र, ई दिशा व तहसील परिसर में सन्नाटा पसर गया। लोग अपने काम के लिए धक्के खाते नजर आए।
तीन दिन की सांकेतिक हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने कहा कि यदि सरकार उनकी एकमात्र मांग को पूरा नहीं करती है तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन होगी। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार भी मानती है कि क्लर्कों को उनके कार्य अनुसार वेतन नहीं मिल रहा। उसके बावजूद सरकार बार-बार वादे करके मुकर जाती है। यह धरना 15 अगस्त तक चलेगा। सोमवार को हड़ताल के कारण रजिस्ट्री, आरसी-डीएल और प्रमाणपत्र बनाने संबंधित कई कार्य नहीं हो पाए। ऐसे में लोगों को वापस लौटना पड़ा। हड़ताल के कारण विभिन्न कार्यों से सरकार का करोड़ों रुपये का राजस्व रुक गया।
क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी ने 15 से 22 जुलाई तक करनाल में प्रदेश स्तरीय धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की थी। इसके बाद चंडीगढ़ में लिपिकों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया गया। खेद की बात रही कि वार्ता के लिए बुलाने के बावजूद कोई बातचीत नहीं की गई। इससे लिपिकों में रोष बढ़ता गया। अब सोमवार से पूरे हरियाणा में हड़ताल शुरू कर दी गई है। इस मौके पर उपप्रधान प्रदीप शर्मा, जिला खजांची अक्षय पाल, अशोक कुमार, तेज प्रकाश व परमजीत सिंह ने धरने पर बैठे लिपिकों को संबोधित किया।
समिति के सचिव परमजीत ने कहा कि सरकार से बातचीत व समझौता हुआ, लेकिन सरकार द्वारा उनकी एकमात्र मांग 35400 वेतनमान नहीं दिया गया। इसके चलते लिपिकों में रोष है।
लिपिकों का कहना कि यदि सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती तो प्रदेशभर के लिपिक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। कर्मचारी लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का काम करेंगे।
ये कार्य रहे प्रभावित
करनाल सरल केंद्र में 500 के करीब जाति प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, रिहायशी प्रमाणपत्र, विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र और जन्म प्रमाणपत्र। ई-दिशा केंद्र करनाल व अन्य उपमंडल पर करीब 320 डीएल और 280 आरसी की फाइलें जमा नहीं हुई। जबकि सभी तहसील और उप तहसीलों में 480 रजिस्ट्री प्रभावित रही।
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Karnal News: लिपिकों की हड़ताल से कामकाज ठप