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संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) साझा मोर्चा के बैनर तले हड़ताल के 20वें दिन एनएचएम कर्मचारियों ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी के कार्यालय में रक्तदान कर सरकार के खिलाफ के रोष जताया। शिविर में 130 महिला व पुरुष कर्मचारियों ने पंजीकरण कराया और 90 एनएचएम कर्मी ही रक्तदान कर पाए। इसमें खास बात ये है कि रक्तदाताओं में 17 ऐसे कर्मचारी थे जिन्होंने पहली बार रक्तदान किया और इनमें 15 महिलाएं भी शामिल हैं।
एनएचएम करनाल के जिला प्रधान संजीव ने बताया कि कर्मचारियों ने रेडक्रॉस भवन में हड़ताल के 20वें दिन विरोध स्वरूप रक्तदान शिविर लगाया। जिसमें 90 कर्मियों ने रक्तदान किया। उन्होंने बताया कि एनएचएम कर्मचारी पिछले 20 दिनों से अपनी लंबित मांगों को सरकार से मनवाने के लिए सिविल सर्जन कार्यालय के परिसर में हड़ताल पर बैठे हैं। इतने दिनों की हड़ताल के बावजूद सरकार ने कर्मचारियों को वार्ता के लिए नहीं बुलाया। इसके विरोध स्वरूप एनएचएम कर्मचारी साझा मोर्चा ने प्रदेशभर के कर्मचारियों को जिलास्तर पर अलग-अलग तरह से रोष प्रदर्शन की रणनीति तैयार की थीं।
इसी कड़ी में 14 अगस्त को एनएचएम कर्मचारियों ने सरकार के विरोध स्वरूप रक्तदान शिविर लगाया गया। इसके बाद 15 व 16 अगस्त को एनएचएम कर्मचारी शहर की सड़कों पर रोष मार्च निकालेंगे। इसके साथ-साथ 15 अगस्त से रोजाना कर्मचारी गांव-गांव और शहरों में आम जनता को एनएचएम कर्मचारियों की मांगों के बारे और सरकार द्वारा किए जा रहे उनके शोषण व कर्मचारी विरोधी नीतियों के बारे में जानकारी देंगे। वही सरपंचों, नगर परिषद व पालिका सदस्यों के पास जाकर अपनी मांगों को बताएंगे और उनके द्वारा सरकार को एनएचएम कर्मचारियों के नियमतीकरण के लिए ज्ञापन सौंपेंगे। धरनास्थल पर उप-प्रधान इंदू खुराना, सतीश, गोपाल शर्मा, रश्मि, स्नेहा, सरिता व कोमलदीप कौर मौजूद रही। संवाद
एनएचएम कर्मचारियों की मुख्य मांगें
एनएचएम कर्मचारियों को पॉलिसी बनाकर नियमित किया जाए, वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए। आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू की जाए व साथ ही बॉन्ड प्रथा को समाप्त किया जाए। वर्दी व धुलाई भत्ता दिया जाए। नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर बढ़ी हुई आकस्मिक अवकाश (सीएल), अर्जित अवकाश (ईएल) व चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल) प्रदान की जाए और कैशलेस मेडिकल सुविधा दी जाए।
खराब मशीन के साथ एचबी की जांच की
शिविर में कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज की टीम ने रक्तदान एकत्रित किया लेकिन मेडिकल टीम हीमोग्लोबिन (एचबी) जांच करने वाली खराब मशीन लेकर पहुंची। जहां पर पंजीकरण करवाने वाले 130 में से मात्र 90 ही रक्तदान कर पाए। पंजीकरण कराने वाले 50 से अधिक लोगों में मशीन ने खून की कमी बता दी। इसके बाद कर्मियों ने रोष जताया तो उनके रक्त की दोबारा से जांच की गई। जिसमें प्रत्येक में रक्त बढ़ा हुआ मिला।
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Karnal News: रक्तदान कर एनएचएम कर्मचारियों ने जताया रोष