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कुंजपुरा और असंध में पराली जलाने की घटना आई प्रकाश में
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। धान की कटाई शुरू होते ही प्रशासन की मनाही के बावजूद जिले के किसान पराली जला रहे हैं। सोमवार व मंगलवार को कुंजपुरा व असंध क्षेत्र में पराली जलाने की घटना प्रकाश में आई।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से पराली जलाने की घटना में संलिप्त व्यक्ति से 2500 रुपए प्रति एकड़ जुर्माना वसूला जाता है। पिछले वर्ष भी जिले में धान अवशेषों के जलने की कुल 126 घटनाएं आई जिनमें से 57 किसानों से दो लाख 35 हजार जुर्माना वसूला गया था। इस दौरान बल्ला तहसील क्षेत्र में सबसे ज्यादा पराली जलाई गई। किसानों को भी पता है कि फसल अवशेष जलाने से वातावरण दूषित होता है तथा पर्यावरण में एक्यूआई का स्तर भी बढ़ जाता है। बावजूद इसके किसान पराली जलाते हैं। इस संदर्भ में किसान कल्याण विभाग की ओर से सब्सिडी पर स्ट्रा बेलर व अन्य फसल अवशेष प्रबंधन के लिए उचित उपकरण उपलब्ध करवाएं जा रहे हैं। गत दो वर्षों से किसानों को फसल अवशेष न जलाने पर प्रति एकड़ दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।
पिछले वर्ष तहसील अनुसार जिले में दर्ज पराली जलाने की घटना
खंड पराली जलाने की दर्ज घटना
घरौंडा 18
इंद्री 09
करनाल 23
बल्ला 10
निसिंग 16
असंध 43
नीलोखेड़ी 06
निगदू 01
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Karnal News: प्रशासन की मनाही के बावजूद जिले में जल रही पराली