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– करनाल में उपचुनाव सहित 11 विधायक सत्तासीन या सहयोगी दल के बने, नीलोखेड़ी और असंध में स्थिति इसके उलट
– इंद्री-घरौंडा के ज्यादातर विधायक सत्ता पक्ष के बने, नीलोखेड़ी की जनता ने निर्दलीयों पर ज्यादा जताया भरोसा
गगन तलवार
करनाल। हरियाणा गठन के बाद से अब तक हुए 13 विधानसभा चुनावों में करनाल जिले की हर बार किसी न किसी सीट से सरकार में हिस्सेदारी रही है। मौजूदा समय में यहां की पांच विधानसभा सीटों में से करनाल ही ऐसी सीट है, जिसने उपचुनाव सहित प्रदेश को लगातार तीन बार मुख्यमंत्री दिया। खास बात यह भी है कि 1977 से अब तक लगातार करीब पांच दशक से सत्तासीन या सरकार के सहयोगी दल का प्रत्याशी ही यहां से विधायक बनकर विधानसभा पहुंचा है।
जबकि जिले की नीलोखेड़ी और असंध सीट की स्थिति इससे विपरीत है। असंध से चुने गए आधे विधायक विपक्ष के ही रहे हैं। वहीं नीलोखेड़ी के लोगों ने राजनीतिक दलों के बजाय ज्यादातर निर्दलीय मैदान में उतरे प्रत्याशियों पर ही भरोसा जताया। ऐसे में यहां आजाद बने विधायकों में भी ज्यादातर ने सरकार में अपनी हिस्सेदारी दी। इन्हें चेयरमैन जैसे महत्वपूर्ण ओहदे भी नवाजे गए।
वहीं इंद्री और घरौंडा विधानसभा सीट ऐसी है, जहां ज्यादातर विधायक सरकार बनाने वाले दल के ही बने लेकिन लंबे समय तक यहां किसी भी दल का वर्चस्व नहीं रहा। इंद्री के लोगों ने जिस पर भी भरोसा जताया, उस दल या निर्दलीय को लगातार दो से तीन बार जिताकर विधानसभा भेजा। ऐसी ही स्थिति पिछले पांच चुनावों से घरौंडा क्षेत्र में भी देखी जा रही है। 2000 से लेकर 2009 तक लगातार तीन चुनाव यहां इनेलो ने जीते तो 2014 से भाजपा का दबदबा है। 1996 तक सभी दलों को महज एक-एक बार ही यहां पर मौका मिला।
इस बार पांचों सीटों पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों में ही सीधी टक्कर देखी गई है। जनता ने किसे आशीर्वाद दिया है, इसका खुलासा मंगलवार को मतगणना के बाद हो जाएगा। 1967 से लेकर 2019 तक करनाल से नौ विधायक पक्ष, दो विपक्ष व दो आजाद जीते। नीलोखेड़ी में चार पक्ष, चार विपक्ष और पांच आजाद जीते, इंद्री में आठ पक्ष, तीन विपक्ष व दो आजाद जीते। घरौंडा में नौ विधायक पक्ष और चार विपक्ष में बैठे। वहीं 1977 से अस्तित्व में आई असंध सीट पर पांच विधायक पक्ष और पांच विपक्ष के रहे।
किस सरकार में यहां से किस पार्टी का बना विधायक
वर्ष (सरकार)
करनाल नीलोखेड़ी
इंद्री घरौंडा असंध
1967 (वीएचपी) बीजेएस बीजेएस
कांग्रेस
कांग्रेस
–
1968 (कांग्रेस)
आजाद
आजाद
कांग्रेस बीजेएस
–
1972 (कांग्रेस) बीजेएस बीजेएस
कांग्रेस एनसीओ
–
1977 (जनता पार्टी)
जनता पार्टी
जनता पार्टी
जनता पार्टी
जनता पार्टी
जनता पार्टी
1982 (कांग्रेस)
कांग्रेस
आजाद
लोकदल
कांग्रेस
लोकदल
1987 (जनता दल)
भाजपा
आजाद
लोकदल
लोकदल
लोकदल
1991 (कांग्रेस)
कांग्रेस
आजाद एचवीपी
कांग्रेस
जनता पार्टी
1996 (एचवीपी)
भाजपा
कांग्रेस
आजाद
भाजपा
एसएपी
2000 (इनेलो)
आजाद
इनेलो
आजाद
इनेलो
इनेलो
2005 (कांग्रेस)
कांग्रेस
कांग्रेस
कांग्रेस
इनेलो
कांग्रेस
2009 (कांग्रेस)
कांग्रेस
इनेलो
इनेलो
इनेलो
हजकां
2014 (भाजपा)
भाजपा
भाजपा
भाजपा
भाजपा
भाजपा
2019 (भाजपा)
भाजपा
आजाद
भाजपा
भाजपा
कांग्रेस
किस पार्टी के कितने विधायक बने
करनाल : जनसंघ- 2, आजाद- 2, जनता पार्टी- 1, कांग्रेस- 4, भाजपा- 4 (1-उपचुनाव)
नीलोखेड़ी : जनसंघ- 2, आजाद- 5, जनता पार्टी- 1, कांग्रेस- 2, इनेलो- 2, भाजपा- 1
इंद्री : कांग्रेस- 4, जनता पार्टी- 1, लोकदल- 2, हरियाणा विकास पार्टी-1, आजाद-2, इनेलो-1, भाजपा-2
जुंडला : कांग्रेस- 4, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया- 1, जनता पार्टी- 1, लोकदल-2, सोशल एक्शन पार्टी-1, इनेलो-1
घरौंडा : कांग्रेस-3, जनसंघ- 1, एनसीओ- 1, जनता पार्टी- 1, लोकदल- 1, भाजपा- 3, इनेलो-3
असंध : जनता पार्टी- 2, लोकदल- 2, सोशल एक्शन पार्टी-1, इनेलो-1, कांग्रेस-2, हजका-1, भाजपा-1
किस पार्टी के जिले में बने कितने विधायक
पार्टी
विधायक बने
कांग्रेस
19
भाजपा
11
आजाद
09
इनेलो
08
लोकदल
07
जनता पार्टी
07
जनसंघ
05
सोशल एक्शन पार्टी
02
हरियाणा विकास पार्टी
01
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया
01
एनसीओ
01
हजका
01
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Karnal News: प्रदेश को तीन बार सीएम देने वाली करनाल सीट की पांच दशक से सरकार में हिस्सेदारी