– नहर में हुए कटाव के बाद लिया निर्णय, चुनाव के बाद शुरू होगा काम
राकेश चौहान
करनाल। पश्चिमी यमुना नहर पर अब नया रेलवे पुल बनाया जाएगा। इसको लेकर अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। विधानसभा चुनाव के बाद रेलवे की ओर से नए पुल का प्रस्ताव बनाया जाएगा और सिंचाई विभाग को दिया जाएगा। इसके बाद सिंचाई विभाग की ओर से प्रस्ताव की राशि रेलवे को दी जाएगी। इसके बाद नए पुल का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस पुल का निर्माण रेलवे ही करेगा।
27 अगस्त को रेलवे पुल के समीप पश्चिमी यमुना नहर में एक के बाद एक दो कटाव हो गए थे। जिसे भरने के लिए सिंचाई विभाग के आला अधिकारी दिन रात नहर पर रहे। जब नहर में हुए कटाव के पीछे का कारण जाना तो पता चला कि पश्चिमी यमुना नहर की चौड़ाई 250 फुट है और रेलवे पुल की चौड़ाई 175 फुट है। इस कारण नहर का पानी रेलवे पुल की चौड़ाई कम होने के कारण रुक कर आगे बहता है। जिससे पानी पीछे की ओर आता है। इस कारण पानी किनारे टकराने से स्लैब में दरार आई और कटाव हो गया।
यह कटाव दोबारा न हो। इसलिए सिंचाई विभाग व रेलवे अधिकारियों ने बैठक की और नया रेलवे पुल बनाने का निर्णय लिया। नए रेलवे पुल नहर की चौड़ाई के अनुसार करीब 250 फुट चौड़ा होगा। बता दें कि नहर में हुए कटाव को अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। – संवाद
पुल के नीचे फर्श को भी हुआ था नुकसान
नहर में हुए कटाव के कारण पानी के तेज बहाव ने नहर के बीच में भी गहरे गड्ढे बना दिए थे। पुल के नीचे फर्श में भी कटाव शुरू हो गया था। जिससे रेलवे पुल के पिलरों तक खतरा होने लगा था। समय रहते रेलवे ने उन कटाव को भर दिया और रेलवे पुल के नीचे फर्श व पिलरों को पहले से मजबूत किया ताकि पानी दोबारा वहां कटाव न कर सके। इस कारण भविष्य को देखते हुए नए रेलवे पुल का निर्माण किया जाएगा।
2018 से सिंचाई विभाग कर रहा था रेलवे विभाग से संपर्क
पश्चिमी यमुना नहर का सिंचाई विभाग द्वारा पुनर्निर्माण कराया जाना था। जिसमें नहर को पहले से चौड़ा किया जाना था और उसके स्लैब को भी मजबूत किया जाना था। तभी 2018 से सिंचाई विभाग रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक कर रेलवे पुल को भी उसी दौरान चौड़ा कराने की मांग कर रहा था लेकिन उस दौरान रेलवे पुल को चौड़ा करने के लिए कोई निर्णय नहीं हुआ तो सिंचाई विभाग ने पश्चिमी यमुना नहर का पुनर्निर्माण शुरू करा दिया जो 2021 तक करीब 202 करोड़ रुपये खर्च कर किया गया। 2021 से नहर तो 250 फुट चौड़ी हो गई लेकिन रेलवे पुल की चौड़ाई 175 फुट रह गई।
रेलवे पुल के कारण नहर में हुए कटाव को बंद करने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारी करीब 15 दिन तक दिन-रात कार्य करते रहे। कड़ी मशक्कत के बाद नहर के कटाव को भरा गया। दोबारा नहर में कटाव न हो। इसके लिए नहर के बीच में पत्थरों की आड़ भी बनाई गई रेलवे पुल के समीप हुए गड्ढे दोबारा न हो।
नहर में कटाव होने के बाद रेलवे के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था। रेलवे पुल की फिलहाल नहर से करीब 75 फुट चौड़ाई कम है। इसलिए रेलवे पुल को दोबारा बनाने का निर्णय लिया गया है। चुनाव के बाद इस कार्य में गति आएगी। दोनों विभागों के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में मामला पहुंच चुका है। रेलवे पुल का एस्टीमेट बनाएगा। सिंचाई विभाग पुल की पेमेंट करेगा और रेलवे खुद ही इस पुल का निर्माण करेगा।
– रणवीर सिंह, एक्सईएन, सिंचाई विभाग करनाल
Karnal News: पश्चिमी यमुना नहर पर बनेगा नया रेलवे पुल