अनुज शर्मा
करनाल। शहर के सेक्टर-32 में प्रस्तावित नागरिक अस्पताल के नए भवन का निर्माण कार्य लंबे समय से जमीन की कीमत पर अटक है। करीब डेढ़ साल पहले जमीन तय होने के बावजूद हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) इसकी कीमत स्वास्थ्य विभाग को नहीं बता पाया है।
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जमीन की कीमत का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। नए अत्याधुनिक नागरिक अस्पताल के भवन निर्माण के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बार पत्राचार के माध्यम से उक्त जमीन की कीमत बताने को एचएसवीपी को कहा गया है। 24 अप्रैल 2024 को भी स्वास्थ्य विभाग ने एक पत्र भेजा था।
पत्र में कहा गया है कि एचएसवीपी की ओर से पूर्व में सिविल अस्पताल बनाने के लिए लगभग 13 एकड़ भूमि चिह्नित की गई थी, जिसकी कीमत 84 करोड़ 17 लाख 45 हजार 600 रुपये तय की गई थी। लगभग चार एकड़ भूमि पर हाई वोल्टेज तार गुजर रही थी, जोकि नागरिक अस्पताल बनाने के लिए उपयुक्त नहीं थी।
नवंबर 2022 को अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार, अर्बन लोकल बॉडीज डिपार्टमेंट एंड डीटीपी हरियाणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्य प्रशासक, एचएसवीपी को पूर्व में चिन्हित की गई जमीन के साथ लगती 10 एकड़ भूमि चिह्नित करने के निर्देश दिए गए। एचएसवीपी की ओर से 10 एकड़ भूमि चिन्हित कर ली गई है।
इसके बारे में उपायुक्त की ओर से भी सेक्टर-32 में सिविल अस्पताल बनाने के लिए चिन्हित 10 एकड़ भूमि की कीमत लगाने के लिए पत्र लिखा गया था। अभी तक इस कार्यालय में 10 एकड़ भूमि की कीमत के बारे में पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। पत्र में चिह्नित की गई 10 एकड़ भूमि की कीमत जल्द लगाने की मांग की गई है।
पुराने नागरिक अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देना स्वास्थ्य विभाग के लिए मुश्किल होता जा रहा है। नया अस्पताल न बनने के कारण पुराने अस्पताल में मरीजों को न तो मॉड्यूल ओटी की सुविधा मिल पा रही है और न ही कैथ लैब शुरू हो पाई है। ऐसे में मरीजों को बड़े ऑपरेशनों के लिए निजी अस्पतालों या अन्य जिलों के अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ रहा है। संवाद
नए भवन में ये मिलेंगी सुविधाएं
नए अस्पताल में मल्टी स्पेशलिटी सुविधाएं मिलेंगी। इनमें एमरजेंसी ब्लॉक, ओपीडी ब्लॉक, मातृत्व एवं शिशु वार्ड, महिला रोग यानि गायनी वार्ड, गर्भाशय और प्रसव के बाद बच्चे की देखभाल, सेंट्रल लैब, एक्स-रे रूम, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन व एमआरआई, ब्लड बैंक, आईसीयू, कार्डिक पेशेंट्स के लिए कैथ लैब और डायलिसिस की भी सुविधा मिलेगी। इसके अलावा मेडिकल वार्ड, सर्जरी, ऑर्थो, ईएनटी, मनोरोग विशेषज्ञ, नशा मुक्ति केंद्र व कोविड से प्रभावित रोगियों का अलग से आईसोलेशन वार्ड होगा। भू-तल पर पार्किंग, पंप रूम, फिजियोथैरेपी, एसी प्लांट और फार्मासिस्ट के स्टोर रहेंगे। बिल्डिंग का डिजाइन तीन अलग-अलग ब्लॉक में तैयार किया गया है।
ये हैं कमेटी के सदस्य
उपायुक्त के निर्देश पर गठित कमेटी में केसीजीएमसी के निदेशक, डॉ. गौरव कंबोज, सिविल सर्जन, डिप्टी सीएमओ रविंद्र संधू, एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता धर्मवीर सिंह व करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं।
Karnal News: नागरिक अस्पताल के नए भवन का निर्माण अटका