– किसानों पर अब तक 87500 जुर्माना
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से किसानों को जागरूक करने और सख्ती के बावजूद जिले में फसल अवशेष जलने की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अब तक जिले में फाने जलने की 49 घटनाएं दर्ज हुई हैं, सात किसानों पर एफआईआर व 87500 रुपए जुर्माना किया जा चुका है।
रविवार को जिले में तीन घटनाएं और प्रकाश में आईं। विभाग के अधिकारियों की ओर से इन्हें चिह्नित करके किसानों पर जुर्माना किया गया। अगर पिछले वर्ष की बात करें तो छह अक्तूबर से 15 सितंबर तक करनाल में ही सबसे ज्यादा 38 आग लगने की घटनाएं प्रकाश में आईं। कुरुक्षेत्र में पिछले वर्ष में 37 घटनाओं के पाए जाने पर दूसरे स्थान पर रहा। करनाल में अब तक सात किसानों पर एफआईआर और 87500 हजार रुपये का जुर्माना भी किया जा चुका है। इस जुर्माना राशि में से अब तक किसानों द्वारा 57500 रुपये का ही भुगतान किया गया है। करनाल में तहसील अनुसार सबसे ज्यादा मामले इंद्री में आए हैं।
डॉ. सुरेंद्र जांगडा तकनीकी अधिकारी का कहना है कि किसान धान की कटाई उपरांत पराली में लगाने की बजाय उसे आइओसीएल द्वारा बनाए गए खरीद केंद्र पर 1920 रुपए प्रति टन के हिसाब से बेचकर या खेत में ही मशीन द्वारा निष्पादन करके प्रति एकड़ एक हजार रुपये की अनुदान राशि प्राप्त कर सकते हैं। इन दोनों ही स्थितियों में किसान को आर्थिक लाभ होगा और पर्यावरण का भी संरक्षण होगा। यदि किसान पराली में आग लगाएंगे तो उन पर जुर्माना भी लगेगा और कानूनी कार्रवाई भी होगी। किसानों को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए। जिले में किसानों द्वारा फसल अवशेष न जलाए जाए इसके लिए पटवारी व कृषि व किसान कल्याण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी दिन-रात डयूटी दे रहे हैं। जैसे ही कोई घटना दिन या शाम के समय प्रकाश में आती है टीम मौके पर जाकर दोषी किसान का जुर्माना करती है तथा उसको चेतावनी भी देकर आती है।
जिले में अब तक आए आग लगने के मामले
तहसील
आग लगने की घटनाएं
जुर्माना राशि
करनाल
11
13500
इंद्री
13
19500
नीलोखेड़ी 06
10500
निगदू 04
10000
घरौंडा 07
17500
बल्ला
02
4500
असंध
02
4500
निसिंग
04
7500
Karnal News: जिले में अब तक 49 स्थानों पर जली पराली, सात पर एफआईआर