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– जांबा में 100 और तरावड़ी में 99 प्रतिशत सीटें भरीं, करनाल में भी 19 फीसदी तक खाली
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। कॉलेजों की तरह ग्रामीण क्षेत्र की राजकीय आईटीआई में भी दाखिलों की स्थिति खराब है। इन संस्थानों में भी विद्यार्थी नहीं मिले। ऐसे में जिले की पांच ग्रामीण आईटीआई में 29 से 46 प्रतिशत तक सीटें रिक्त हैं। वहीं ओवरऑल स्थिति देखें तो जिले के सभी 10 संस्थानों में 19.3 सीटें रिक्त हैं।
यह स्थिति तब है जब चार चरणों की निर्धारित दाखिला प्रक्रिया के बाद दो चरणों में ओपन काउंसलिंग के तहत दाखिले दिए गए। फिर भी 31 अगस्त तक 80.7 प्रतिशत सीटें ही भर पाई हैं। जिले में एक मात्र जांबा आईटीआई ही ऐसी है, जहां पर शत प्रतिशत दाखिले हुए। वहीं दूसरे नंबर पर तरावड़ी आईटीआई में 99 फीसदी दाखिले हुए हैं। इसके विपरीत करनाल आईटीआई में 19 प्रतिशत और करनाल महिला आईटीआई में 10 प्रतिशत सीटें रिक्त हैं।
आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में 10 राजकीय संस्थान हैं, जहां पर 3384 सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया चली, इनमें से 654 सीटों पर कोई विद्यार्थी दाखिला लेने नहीं पहुंचा। विभाग की ओर से अगस्त की शुरुआत में दाखिले शुरू किए गए थे।
पहले सत्र में ही आधी से ज्यादा सीटें भरीं
तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से नलवी खुर्द में नई राजकीय आईटीआई शुरू की गई है। खास बात यह है कि इसी सत्र से इस आईटीआई की कक्षाएं करनाल संस्थान में लगेंगी। पहले ही सत्र में इस आईटीआई में अच्छा रुझान मिला है, यहां 54 प्रतिशत दाखिले हुए हैं। हालांकि सबसे कम दाखिले वाली भी यही आईटीआई है। दो ट्रेड इस आईटीआई में दी गई हैं। कोपा (20) और ड्रॉफ्टमैन मैकेनिकल (24) ट्रेड में विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं। दोनों की कुल 44 सीटों में से 20 सीटें अभी रिक्त हैं।
किस राजकीय आईटीआई में कितनी सीटें रिक्त
आईटीआई
कुल सीटें
रिक्त
प्रतिशत
नलवी
44
20
46
इंद्री
128
45
36
घरौंडा
292
101
35
निसिंग
488
150
31
बल्ला
264
76
29
असंध
224
52
23
करनाल महिला
340
63
19
करनाल
1404
146
10
तरावड़ी
108
01
01
जांबा
92
0
0
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Karnal News: ग्रामीण आईटीआई में नहीं मिले विद्यार्थी, 46 फीसदी सीटें खाली