[ad_1]
संवाद न्यूज एजेंसी
कुंजपुरा। कुंजपुरा गांव में डायरिया फैलने पर प्रशासन अलर्ट मोड में दिखा। शुक्रवार को एसडीएम अनुभव अभिनव मेहता मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे गांव का दौरा किया। इस दौरान जगह-जगह गंदगी के ढेर देखकर वे भड़क उठे। उन्होंने गांव में गंदगी की जिम्मेदार संबंधित विभाग के अधिकारियों व ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को कड़ी चेतावनी देते हुए खरी-खरी सुनाई।
उन्होंने पांच दिन के भीतर पूरे गांव की सही तरीके से सफाई करवाने के आदेश भी दिए। उन्होंने कहा सफाई कार्य में लापरवाही के जिम्मेदारों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएंगी। गांव का दौरा करने उपरांत एसडीएम अभिनव मेहता डीडीपीओ संजय टॉक थाना प्रभारी महावीर बीडीपीओ कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने ग्रामीणों के साफ-सफाई सही तरीके से न होने तथा ग्रामीणों को होने वाली परेशानी के बारे में विस्तार से चर्चा की।
बैठक में जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने ग्राम सचिव को उनकी बातों को अनसुना करने का आरोप लगाया। इस पर एसडीएम अनुभव मेहता ने उनके तुरंत तबादले के आदेश दिया। पंचायत सचिव जितेंद्र को 15 मिनट के भीतर तबादला आदेश थमा दिए गए। एसडीएम अभिनव मेहता ने गांव में चरमराई सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि 20 सफाई कर्मचारी होने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा। जो बहुत ही गंभीर विषय है।
इस दौरान एक समस्या समाधान कमेटी का गठन भी किया गया। जिसमें संबंधित विभाग सहित कई अधिकारी व कर्मचारियों को शामिल किया गया, जो लगातार इस समस्या के संबंध में की गई कार्रवाई से रोजाना एसडीएम कार्यालय को रिपोर्ट देगी। मीटिंग के दौरान ग्रामीणों ने गांव के सरपंच प्रतिनिधि पर विकास एवं सफाई कार्यों में अनदेखी करने एवं धमकाने का आरोप भी लगाया। हालांकि सरपंच प्रतिनिधि ने ग्रामीणों के आरोपों से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि महाग्राम योजना के तहत कुंजपुरा में शिविर सिस्टम लगाने की व्यवस्था की जा रही है। जिसका 22 करोड़ में ठेका दिया गया है। इस कार्य को पूरा करने का समय अप्रैल 2025 तक निश्चित है। दूसरी तरफ सीएससी कुंजपुरा के एसएमओ डॉक्टर संदीप अबरोल ने बताया कि एक महिला व एक व्यक्ति की मौत हत्या गति रुकने से हुई है। इसके अलावा पीजीआई चंडीगढ़ उपचार के दौरान मौत की शिकार हुई दो वर्षीय बच्ची की रिपोर्ट अभी तक नहीं मिल पाई है। शुक्रवार को चार-पांच मरीज डायरिया के अस्पताल में पहुंचे।
ठेकेदार को दो दिन में मिट्टी उठाने के आदेश
इस दौरान ग्रामीणों ने ठेकेदार पर भी गालियां उखाड़ कर जगह-जगह मिट्टी के ढेर लगने का आरोप लगाया गया। इस पर एसडीएम ने ठेकेदार को गांव से मिट्टी के ढेर उठाने के आदेश देते हुए कहा कि दो दिन के भीतर गांव में एक भी मिट्टी का ढेर पड़ा नजर नहीं आना चाहिए।
जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से पेयजल पाइप लाइनों में डोजर के जरिए अब क्लोरीन की उचित मात्रा मिलानी शुरू कर दी गई है। इससे पूर्व क्लोरीन की मात्रा पर्याप्त नहीं रही, जो दूषित पेयजल का कारक रही। – गौरव सैनी, एसडीओ, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग
[ad_2]
Karnal News: कुंजपुरा गांव में जगह-जगह गंदगी देख भड़के एसडीएम