– अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के फाइनल मुकाबले से ठीक पहले ओलंपिक से बाहर होने पर कुश्ती खिलाड़ियों व कोच ने दी राय
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के फाइनल मुकाबले से ठीक पहले ओलंपिक से बाहर होने की घटना से खिलाड़ियों और प्रशंसकों में बेहद निराशा है। खासकर कुश्ती खिलाड़ियों ने इसे एक सदमा बताया है। करनाल कर्ण स्टेडियम से कुश्ती कोच वजीर सिंह का कहना है कि यह कुश्ती जगत के लिए काला दिन बन गया। इससे खिलाड़ियों को सबक लेने की भी जरूरत है।
वहीं कुश्ती के कोच बताते हैं कि खासकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबलों में खिलाड़ी को प्रतियोगिता से कई दिन पहले वजन का अभ्यास कर लेना चाहिए। खिलाड़ी को डाइट प्लान के अनुसार भोजन लेना चाहिए। मंगलवार को पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में क्यूबा की गुजमान लोपेजी को 5-0 से हराकर जीत की हैट्रिक बना ली थी। परंतु बुधवार को केवल 100 ग्राम वजन के कारण ओलंपिक से बाहर होने के कारण विनेश वहीं पर बेहोश होकर गिर गईं।
हर पहलवान की आंखें हुई नम
बुधवार को जैसे ही विनेश के ओलंपिक के फाइनल मुकाबले से बाहर होने का पता चला तो देश के कुश्ती जगत में निराशा छा गई। यह खबर सुनकर देश के हर पहलवान की आंखें नम थी। यह भारतीय कुश्ती खिलाड़ियों के लिए एक सबक भी है।
– अखिल कुमार, पहलवान
डाइट प्लान के अनुसार ही लें भोजन
कुश्ती के मुकाबलों खासकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के हों तो खिलाड़ी को उससे कई दिन पहले अपने वजन का अभ्यास कर लेना चाहिए। उसे डाइट प्लान के अनुसार ही भोजन लेना चाहिए ताकि मुकाबलों में कोई दिक्कत नहीं आए।
– वजीर सिंह, कुश्ती कोच
खिलाड़ी को किया निराश
विनेश का वजन छह अगस्त को हुए मुकाबले के बाद 49.6 किलोग्राम था। रात को खाना खाने के बाद सुबह उनका वजन 51.6 किलोग्राम हो गया था। सुबह वर्कआउट के बाद यह वजन 51.1 किलोग्राम दर्ज हुआ जिसके कारण वह केवल 100 ग्राम से रह गईं। यह एक खिलाड़ी के लिए बड़ा झटका है। जिससे उनके हाथ केवल निराशा ही लगी।
– रविंद्र कुमार
कुश्ती खिलाड़ी लें सीख
विनेश फोगाट के फाइनल मुकाबले से ठीक पहले ओलंपिक से बाहर होना दुखद घटना रही। विनेश जीत की हैट्रिक लगाकर स्वर्ण पदक के बिल्कुल नजदीक थी। मगर यह उनके जीवन की सबसे बड़ी घटना बन गई, जिससे सभी कुश्ती खिलाड़ियों को सीख लेनी होगी।
– सुधा भसीन, जिला खेल अधिकारी
Karnal News: विनेश संग हुई घटना से सभी निराश मगर पहलवानों को लेनी होगी सीख